तेहरान: ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनई ने ईरानी कोरोना वैक्सीन ‘कोवो ईरान बर्कत’ की पहली डोज़ लगवाई। उन्होंने शुक्रवार को सुबह ‘कोवो ईरान बर्कत’ की पहली डोज़ लगवाते हुए कहाः “इस राष्ट्रीय कारनामे का सम्मान करना चाहिए।”

सुप्रीम लीडर ने शुक्रवार को ईरानी कोविड-19 का टीका ‘कोवो ईरान बर्कत’ लगवाने के बाद उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया जिनकी कोशिशों से यह राष्ट्रीय गौरव हासिल हुआ। उन्होंने कहाः “शुरू से ही ग़ैर ईरानी टीका लगवाने में मेरी रूचि नहीं थी। इसलिए मैंने कहा कि ईरानी टीके के तय्यार होने का इंतेज़ार करूंगा ताकि इस राष्ट्रीय गौरव का सम्मान हो और जब देश के भीतर इलाज और पूर्व रोकथाम की सुविधा है, तो क्यों न उससे फ़ायदा उठाएं।”

आयतुल्लाहिल उज़मा ख़ामेनई ने कहा कि ज़रूरत पड़ने पर ईरानी टीके के साथ विदेशी टीका लगवाने में कोई हरज नहीं है, लेकिन हमें ईरानी टीके का सम्मान करना चाहिए और सभी कर्मठ जवान वैज्ञानिकों और उन सभी सेंटरों का शुक्रिया अदा करता हूं जिनका इस टीके को बनाने में योगदान है।

उन्होंने कहा कि ईरानी टीका लगवाने के साथ साथ इस बात पर भी मेरी ताकीद थी कि जब मेरी बारी आए तब मुझे टीका लगाया जाए। ईश्वर की कृपा से आज 80 साल से ज़्यादा उम्र वालों और हमारी उम्र के लोगों को टीका लगा है।

सुप्रीम लीडर ने टीका बनाने से संबंधित वैज्ञानिक दस्तावेज़ के रजिस्ट्रेशन पर बल दिया। उन्होंने कहाः सही समय पर तेज़ी से प्रभावी टीका बनाने के साथ ही इसके वैज्ञानिक लेख को भी तय्यार करके प्रकाशित कीजिए, ताकि दुनिया को आपके कारनामे का पता चले।

‘कोवो ईरान बर्कत’ ईरान के जवान वैज्ञानिकों की कोशिशों से कोविड-19 का बनने वाला टीका है। इस टीके को देश के संबंधित विभाग से इस्तेमाल की इजाज़त मिल गयी है।

इस टीके के इस्तेमाल की इजाज़त के साथ ही ईरान दुनिया का छठा देश बन गया जो कोविड-19 के टीके का उत्पादन कर रहे हैं।