रूस के विदेश उपमंत्री ने कहा है कि अमरीकी प्रतिबंधों को हटाए जाने के ईरान के दृष्टिकोण का माॅस्को समर्थन करता है। सरगेई रियाबकोफ ने जो, उप विदेशमंत्री के साथ ही रूस के वरिष्ठ वार्ताकार भी हैं, कहा है कि जेसीपीओए को पुनर्जीवित करने के बारे में वियना में वार्ता जारी है।

उन्होंने कहा कि विश्व की तेल मंडी में ईरान की पुनः वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल करना, परमाणु वार्ता के मुख्य तत्वों में शामिल है।

रूस के विदेश उपमंत्री ने बुधवार को कहा था कि परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के बारे में कोई बाधा नहीं पाई जाती। उनका कहना था कि टालमटोल से कोई फ़ाएदा नहीं होगा। रूस का यह प्रयास है कि जेसीपीओए को पुनर्जीवित करने की प्रक्रिया को तेज़ किया जाए।

अब तक वियेना में ईरान और सामने वाले पक्ष के साथ वार्ता के पांच चरण संपन्न हो चुके हैं और दोनो पक्षों ने इस बारे में सकारात्मक बातें कही हैं।

यह एसी स्थिति में है कि जब अमरीकी विदेशमंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने पांचवें चरण की वार्ता के बाद अपने उल्लंघनों और वाशिग्टन की ओर से वचनों को पूरा न किये जाने की ओर कोई भी संकेत किये बिना दावा किया था कि ईरान और अमरीका अभी तक वियना में परस्पर दायित्वों के निर्वाह के चरण तक नहीं पहुंच पाए हैं।

इस्लामी गणतंत्र ईरान स्पष्ट कर चुका है कि वाशिग्टन ने समझौते का हनन किया है और ईरान की ओर से अपनी प्रतिबद्धताओंं में कटौती, अमरीकी उल्लंघनों के कारण है इसलिए तेहरान की ओर से कोई भी क़दम प्रतिबंधों को हटाए जाने के बाद ही उठाया जाएगा। ईरान ने इसी प्रकार से एलान किया है कि परमाणु समझौते में अमरीकी की वापसी के बारे में तेहरान, किसी भी प्रकार की नई शर्त या मांग को स्वीकार नहीं करेगा।