पारम्परिक खेलों को बढ़ावा दिये जाने के उद्देश्य से आगामी 14 अगस्त को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय TSG दिवस (International TSG Day) यानी पारम्परिक खेल दिवस मनाये जाने की शुरुआत हो रही है। इस दिन ICTSG द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल कांफ्रेंस का आयोजन भी किया जा रहा है जिसमें जिसमे दुनिया के 100 से अधिक देशों से लोग भाग लेंगे। इसके अंतर्गत लखनऊ व अन्य जिलों में भी, योग, लंगडी, पारंपरिक मार्शल आर्ट कलारीपयट्टू, गिट्टी फोड़, रस्साकशी,अंटी-कंचे, पकड़मपाटी, गोल-गोलधानी, लट्टू आदि खेल आयोजित किये जाएंगे।

जैसे ऐतिहासिक स्थलों और हमारी संस्कृति को UNESCO सरंक्षित रखता है वैसे ही परम्परागत और ऐतिहासिक खेलों को भी सरंक्षित रखने का कार्य ICTSG द्वारा किया जा रहा है। ICTSG को 2018 में यूनेस्को की एड हॉक एडवाइजरी कमेटी के ट्रेडिशनल गेम्स एंड स्पोर्ट्स की चौथी सामूहिक परामर्श बैठक के दौरान सदस्य राज्यों और अंतर्राष्ट्रीय हितधारकों द्वारा “TSG के आधिकारिक प्लेटफॉर्म” के रूप में मान्यता दी गई। इसके अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष खलील अहमद खान और महासचिव शम्मी राणा हैं।

पारंपरिक खेल की अंतर्राष्ट्रीय परिषद का लक्ष्य पारंपरिक खेलों के आयोजन और प्रचार में सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों की सहायता करना जबकि ICTSG विश्वभर मई फैले इन संगठनों के मुख्य अंतरराष्ट्रीय संगठन के रूप में नियंत्रित करने का काम करता है।

इस अंतर्राष्ट्रीय पारंपरिक खेल दिवस पर, ICTSG के राष्ट्रीय सदस्य संगठन भी अपने-अपने देशों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करेंगे, जिससे लोगों को अन्य संस्कृतियों के खेल और खेल खोजने में मदद मिलती है। वे शांति और समानता को भी बढ़ावा देते हैं क्योंकि लो ग विभिन्न संस्कृतियों पर चर्चा करते हैं और समझते हैं।

भारत से अमन शर्मा को आईसीटीएसजी (ICTSG) द्वारा ऑब्ज़र्वर के रूप में नियुक्त किया गया है। वोवीनाम एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव व कलारीपयट्टू उत्तर प्रदेश एसोसिएशन सीईओ प्रवीण गर्ग को राष्ट्रीय संयुक्त सचिव व उत्तर प्रदेश प्रतिनिधि के तौर पर नामित किया गया है।

इस संबंध में ट्रेडीशनल स्पोर्ट्स गेम एसोसिएशन ऑफ इंडिया की वर्चुअल रूप से आयोजित बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष पादि रीचो, महासचिव अमन शर्मा व कार्यकारिणी सदस्य द्वारा सर्वसम्मति से लिए गए निर्णय के आधार पर राष्ट्रीय महासचिव अमन शर्मा ने बताया कि 14 अगस्त को भारत में भी International TSG Day मनाया जायेगा।

प्रवीण गर्ग ने कहा कि आज के तनावपूर्ण जीवन में हमें पारंपरिक खेलों को अपनाने की जरूरत है, विशेष रूप से बच्चों को तनाव मुक्त जीवन प्राप्त करने और लक्ष्य बनाने के लिए। इन खेलों ने लोगों को संस्कृति और परंपराओं के बारे में सिखाया, हमें समाज और पर्यावरण के बारे में जागरूक किया। “पारंपरिक खेल केवल खेल नहीं हैं, वे हमें जीवन में मूल्य सिखाते हैं, जैसे लक्ष्य निर्धारित करना, दृढ़ संकल्प बनाना, टीम भावना विकसित करना और आपसी सहयोग को बढ़ावा देना। “पारंपरिक खेलों और खेलों को इस तरह से संरचित किया जाता है कि वे शारीरिक क्षमता के साथ-साथ हमारी तार्किक सोच, एकाग्रता, सतर्कता और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाते हैं। अत 14 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय पारंपरिक खेल दिवस के रूप में मनाया जाएगा।