अदनान
पैरालंपिक्स के 5वें दिन भारत के लिये F52 वर्ग डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले विनोद कुमार को अंतर्राष्ट्रीय पैरालंपिक्स समिति ने कैटेगरी को अमान्य घोषित करते हुए उनसे ब्रॉन्ज मैडल छीन लिया है। रविवार को खेले गये डिस्कस थ्रो इवेंट में विनोद कुमार ने 19.91 मीटर का थ्रो फेंककर एशियन रिकॉर्ड तोड़ा था और ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था।

हालांकि विनोद कुमार की जीत के बाद उनकी कैटेगरी क्लासिफिकेशन को लेकर सवाल उठाये गये थे जिसके बाद रिजल्ट को होल्ड पर डाल दिया गया था। सोमवार को आईपीसी ने इसको लेकर अपना निर्णय जारी किया और विनोद को F52 कैटेगरी में भाग लेने के लिये अमान्य करार दिया। इसके चलते विनोद कुमार के ब्रॉन्ज मेडल को भी अमान्य करार दिया जायेगा और चौथे पायदान पर रहे खिलाड़ी के खाते में पदक जायेगा।

अब भारतीय टीम के पैरालंपिक पदकों की संख्या 7 के बजाय 6 हो गई है, जिसमें उसने एक गोल्ड, 4 सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता है। उल्लेखनीय है कि साल 2019 में आईपीसी ने विनोद कुमार को 2 साल के लिये एफ52 कैटेगरी में क्लासिफाई किया था, जिसके बाद विनोद कुमार ने 2019 के विश्व पैराएथलेटिक्स चैम्पियनशिप में चौथे पायदान पर रहते हुए पैरालंपिक्स खेलों के लिये जगह बनाई थी।