नई दिल्ली: लद्दाख के गलवान घाटी में भारतीय जवान बिना हथियार के 8 घंटे बहादुरी के साथ लड़ते हुए हालात को संभालते रहे, क्योंकि वह हथियारों का इस्तेमाल नहीं करना चाहते थे। न्यूज एजेंसी आईएएनएस ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है।

चीनी सैनिकों ने आखरी सांस तक टॉर्चर किया
रिपोर्ट के अनुसार, चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर सभी तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया और कुछ जवानों के मुंह पर बंदूक अड़ाकर उन्हें आखिरी सांस तक टॉर्चर करते रहे। वहीं भारतीय जवान बिना हथियार के बहादुरी के साथ लड़ते हुए हालात को संभालते रहे, क्योंकि वह हथियारों का इस्तेमाल नहीं करना चाहते थे।

भारतीय जवानों को घेर कर किया हमला
हमले में शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू साथियों को लेकर यह देखने गए थे कि वादे के मुताबिक चीन ने अपने सैनिक हटाए हैं या नहीं? इस बीच, चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों को घेरकर हमला कर दिया। करीब शाम चार बजे शुरू हुई झड़प रात 12 बजे तक चलती रही।

20 जवान हुए थे शहीद
सोमवार रात को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 जवान शहीद हो गए। भारतीय सेना के साथ हुई यह झड़प चीनी सेना की सोची-समझी साजिश थी। चीनी सेना ने इमेजिंग ड्रोन के जरिए भारतीय सेना को ट्रेस किया था और फिर झड़प को अंजाम दिया था। चीनी सेना ने झड़प से पहले सैनिकों की संख्या काफी बढ़ा दी थी और भारतीय जवानों से 5 गुना ज्यादा संख्या में चीनी सैनिक मौजूद थे।