स्पोर्ट्स डेस्क
न्यूजीलैंड के अनुभवी बल्लेबाज़ों कप्तान केन विलियम्सन और टॉम लैथम ने भारतीय गेंदबाज़ों की ज़बरदस्त धुनाई करते हुए तीन एकदिवसीय मैचों की शृंखला का पहला मैच सात विकेट से जीत लिया है. विलियम्सन अभाग्यसहली रहे जो 64 रनों पर नाबाद लौटे वहीँ उनके जोड़ीदार लैथम ने 104 गेंदों में 145 रन ठोंक डाले। दोनों के बीच 221 रनों की नाबाद साझेदारी हुई. कीवी टीम ने भारत के दिए गए 306 के लक्ष्य को 17 गेन शेष रहते पूरा कर लिया.

टीम इंडिया की इस करारी शिकस्त का बड़ा कारण उसकी लचर गेंदबाजी रही है. इसमें तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर की सबसे ज्यादा धुलाई हुई है. न्यूजीलैंड के स्टार बल्लेबाज टॉम लैथम ने शार्दुल के एक ही ओवर में 25 रन जड़ दिए थे. फैन्स ने भारतीय गेंदबाज को लॉर्ड शार्दुल की उपाधि दी है, मगर इस मैच में उनका ऐसा कोई जादू नहीं चल सका.

शार्दुल के इस ओवर के बाद भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड पर जो दबाव बनाया था, वह एकदम हट गया था. दरअसल, शार्दुल ने कीवी टीम की पारी के 40वें ओवर में यह रन लुटाए थे. इस ओवर में टॉम लैथम ने शार्दुल की गेंदों पर एक छक्का और फिर 4 चौके जमाए. इसी ओवर में लैथम ने अपना शतक भी पूरा किया था.

इससे पहले तक न्यूजीलैंड टीम ने 39 ओवरों में 3 विकेट पर 216 रन बनाए थे. यहां से उसे जीतने के लिए 11 ओवरों में 89 रनों की जरूरत थी. ऐसे में टीम पर थोड़ा तो दबाव था. मगर शार्दुल के ओवर ने यह दबाव भी हटा दिया था.

इस ओवर के बाद न्यूजीलैंड टीम ने ऐसी रफ्तार पकड़ी, जिसने उसे आसानी से मैच जिता दिया. न्यूजीलैंड टीम ने 307 रनों के टारगेट के जवाब में 3 विकेट खोकर 47.1 ओवरों में ही 309 रन बनाते हुए मैच जीत लिया. टॉम लैथम को ही प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, जिन्होंने 104 गेंदों पर नाबाद 145 रनों की पारी खेली.

शार्दुल के अलावा भारतीय कप्तान शिखर धवन ने 4 गेंदबाज आजमाए थे. इनमें तेज गेंदबाज उमरान मलिक 66 रन देकर सबसे ज्यादा 2 विकेट झटके. शार्दुल ने 9 ओवर में 63 रन देकर एक विकेट लिया. इनके अलावा किसी को भी विकेट नहीं मिला. अर्शदीप ने 8.1 ओवर में 68 रन लुटाए, जबकि युजवेंद्र चहल ने 67 रन लुटा दिए. वॉशिंगटन सुंदर सबसे सस्ते साबित हुए, जिन्होंने सिर्फ 42 रन दिए.