कोलंबो:
5 साल के इंतजार के बाद भारत ने एक बार फिर एशिया कप पर कब्जा कर लिया है. रविवार 17 सितंबर को भारत और श्रीलंका के बीच कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में ऐसा फाइनल हुआ, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी. किसी भी क्रिकेट टूर्नामेंट के इतिहास में इस फाइनल जैसा एकतरफा फाइनल शायद ही कभी देखा गया हो. मोहम्मद सिराज (6/21) के अब तक के सबसे हैरतअंगेज स्पैल ने श्रीलंका को इस कदर तबाह कर दिया कि पूरी टीम 92 गेंदों में महज 50 रन पर ढेर हो गई. जाहिर तौर पर टीम इंडिया ने बिना किसी परेशानी के 10 विकेट से यह मैच और खिताब जीत लिया.

कोलंबो में एशिया कप के सुपर-4 राउंड के सभी मुकाबलों की तरह फाइनल में भी बारिश का खतरा था, लेकिन शुरुआती 15-20 मिनट की बूंदाबांदी के बाद सिर्फ एक चीज की बारिश हुई- वो थी आग की बारिश भारतीय तेज गेंदबाज. शुरुआत तो जसप्रीत बुमराह ने की और अंत हार्दिक पंड्या ने, लेकिन असली कहानी तो बीच में लिखी गई और ये काम किया मोहम्मद सिराज ने, जिन्होंने न सिर्फ अपने करियर में बल्कि भारतीय इतिहास में सबसे घातक गेंदबाजी का प्रदर्शन किया. क्रिकेट और अकेले दम पर श्रीलंका को हराया। ध्वस्त.

टॉस जीतकर श्रीलंकाई कप्तान दासुन शनाका ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था, जो थोड़ा हैरान करने वाला था. फिर बारिश के कारण मैच करीब 40 मिनट की देरी से शुरू हुआ. मैच शुरू होते ही भारतीय तेज गेंदबाज ही अच्छे फॉर्म में थे. जसप्रीत बुमराह ने पहले ही ओवर में कुसल परेरा का विकेट ले लिया था. यहीं से नींव पड़ी और फिर असली खेल हुआ चौथे ओवर में, जब सिराज ने एक-दो नहीं बल्कि 4 श्रीलंकाई बल्लेबाजों को आउट कर दिया. फिर अगले ही ओवर में सिराज ने अपना पांचवां विकेट भी ले लिया.

छठे ओवर तक ही श्रीलंका ने महज 12 रन पर 6 विकेट खो दिए थे और नतीजा तय लग रहा था. कुसल मेंडिस और दुशान हेमंता ही दहाई का आंकड़ा पार कर सके, जिसके चलते श्रीलंका किसी तरह 50 का आंकड़ा छूने में कामयाब रहा. यह भारत के खिलाफ वनडे में उनका सबसे कम स्कोर भी था। हार्दिक ने आखिरी दो विकेट 16वें ओवर की पहली दो गेंदों पर लिए.

जहां तक बल्लेबाजी की बात है तो जीत पक्की थी, इसलिए कप्तान रोहित शर्मा खुद ओपनिंग के लिए नहीं आए और उन्होंने शुभमान गिल के साथ ईशान किशन को ओपनिंग के लिए भेजा. इन दोनों ने ज्यादा समय नहीं लगाया और महज 37 गेंदों (6.1 ओवर) में टीम को जीत दिला दी. इस तरह भारत ने 263 गेंद पहले ही जीत हासिल कर ली, जो इस लिहाज से उसकी सबसे बड़ी जीत है. इससे पहले भारत ने केन्या के खिलाफ 231 गेंद शेष रहते हुए जीत हासिल की थी. साथ ही टीम इंडिया ने रिकॉर्ड आठवीं बार एशिया कप का खिताब जीता, जिसमें से पांचवीं बार उसने फाइनल में श्रीलंका को हराकर खिताब जीता।