टीम इंस्टेंटखबर
यूक्रेन-रूस संघर्ष को लेकर मंगलवार को विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि मैंने यूक्रेन और रूस के राजदूत से बात की है और उनसे तत्काल भारतीय छात्रों को बाहर निकलवाने में मदद के लिए आग्रह किया है. हम खारकीव से सटे यूक्रेन-रूस बॉर्डर से भी भारतीयों को निकालने के विकल्प भी देख रहे हैं. हमारे अधिकारी संबंधित लोकेशन में पहुंच चुके हैं.

विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि अगले तीन दिन में 26 फ्लाइट आएगी. C17 विमान सुबह चार बजे रोमानिया के लिए रवाना होगा. साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री ने फ्रांस, पोलैंड के राष्ट्रपति और यूरोपीय यूनियन के प्रेसिडेंट से बात की है.

विदेश सचिव ने कहा कि हमने जब अपनी पहली एडवाइजरी जारी की थी, उस समय यूक्रेन में लगभग 20,000 भारतीय छात्र थे, तब से लगभग 12,000 छात्र यूक्रेन छोड़ चुके हैं. बाकी बचे 40 फीसदी छात्रों में से लगभग आधे संघर्ष क्षेत्र में हैं और आधे यूक्रेन के पश्चिमी बॉर्डर पर पहुंच गए हैं या उसकी तरफ बढ़ रहे हैं.