दिल्ली:
भारत और पाकिस्तान की टीम एशिया की बादशाहत के लिए 23 जुलाई को टकराएगी. 10 साल बाद दोनों टीमें इमर्जिंग एशिया कप के फाइनल में आमने-सामने होगी. शुक्रवार को इंडिया ए ने सेमीफाइनल में बांग्लादेश को 51 रन से हरा दिया. इससे पहले दिन के पहले सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने श्रीलंका को 60 रन से हराकर फाइनल में एंट्री की थी. भारत और पाकिस्तान के बीच इमर्जिंग एशिया कप का फाइनल इससे पहले 2013 में खेला गया था, जहां सूर्यकुमार यादव की अगुआई वाली भारतीय टीम ने जीत दर्ज की थी.

भारतीय टीम इमर्जिंग एशिया कप की पहली चैंपियन है. जबकि पाकिस्तान डिफेंडिंग चैंपियन है. भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले की बात करें तो पहले बल्लेबाजी करते हुए यश ढुल की टीम 211 रन पर ही ऑलआउट हो गई थी. बांग्लादेशी गेंदबाजों ने टीम इंडिया को खूब परेशान किया. भारतीय बल्लेबाजों का क्रीज पर टिकना उन्होंने मुश्किल कर दिया था. एक छोर पर भारतीय पारी लड़खड़ा गई थी, मगर कप्तान यश ढुल ने उम्मीद नहीं छोड़ी.

ढुल एक छोर पर जम गए और पारी को आखिर तक ले जाने की कोशिश की. ढुल के रूप में भारत को 49.1 ओवर में आखिरी झटका लगा था. उन्होंने सबसे ज्यादा 66 रन बनाए. ढुल ने 6 चौके लगाए. उनके अलावा अभिषेक शर्मा ने 63 गेंदों पर 34 रन बनाए. मानव सुथार ने लोअर ऑर्डर में आकर तूफानी बल्लेबाजी की और 24 गेंदों पर 21 रन ठोके.

मेहदी हसन, तंजिम हसन और रकीबुल हसन तीनों ने 2-2 विकेट लिए. 211 रन के टारगेट के जवाब में उतरी बांग्लादेश ए ने तूफानी शुरुआत की थी. मोहम्मद नईम और तंजिद हसन के बीच 70 रन की पार्टनरशिप हुई. इस पार्टनरशिप ने इंडिया ए के लिए परेशानी खड़ी कर दी थी, मगर मानव सुथार ने 38 रन पर नईम को बोल्ड करके इस पार्टनरशिप को तोड़ दिया.

नईम के पवेलियन लौटने के बाद तो भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेश की लय ही बिगड़ गई और पूरी टीम 34.2 ओवर में 160 रन पर ऑलआउट हो गई. बांग्लादेश के लिए सबसे ज्यादा 51 रन तंजिद हसन ने बनाए. निशांत सिंधु ने 20 रन पर 5 विकेट लिए. जबकि सुथार ने 32 रन पर 3 विकेट लिए.