नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख के मौजूदा हालात पर राज्यसभा में आज बयान दिया. उन्होंने कहा कि बातचीत से ही सीमा विवाद का हल निकल सकता है. बता दें कि पूर्वी लद्दाख में सीमा पर भारत और चीन के बीच तनाव बरकरार है. हालांकि, दोनों तरफ से वार्ता जारी है, भारत और चीन के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है. उन्होंने बताया कि भारत अपने बेस फिंगर 3 और चीन फिंगर 8 के पीछे जाएगा|

विपक्ष रहा है हमलावर
पूर्वी लद्दाख के मामले को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर निशाना साधता रहा है. बुधवार को लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को चीन से लगी सीमा पर अतिक्रमण से जुड़ा मुद्दा उठाया था और इस बारे में खबरों में आए केंद्रीय मंत्री वी के सिंह के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे गंभीर मुद्दों पर सोच समझाकर बोलने की जरूरत है. चौधरी ने इस मुद्दे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से सदन को जानकारी देने की भी मांग की. कांग्रेस नेता ने कहा कि चीनी फौज से हमारे जवान डटकर मुकाबला कर रहे हैं और उन्हें कोई भी मौका नहीं दे रहे हैं.

चीन का हर प्रयास विफल किया
राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने कहा कि चीन की ओर से कई बार अतिक्रमण की कोशिश हुई लेकिन सेना ने उसे विफल किया. सितंबर से दोनो पक्षों की ओर बात हुई . सीमा के सवाल का बात से ही हल हो सकता है. उच्च स्तर पर भी कई बार बात हुई है. हमने साफ किया है कि हर जगह से सेना पीछे हटे. चीन ने अपने एरिया में बड़ी तादाद में सेना को इकट्ठा किया.

हर चुनौती का सामना करने में सक्षम
हमारा एज बना हुआ है, हर चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं. सभी पक्ष एलएसी का पालन करें. दोनो पक्ष अपनी पुरानी जगह पर वापस लौटें. एक इंच जगह वापस नहीं, समझौते की जगह पर पहुंचें. नौ राउंड की बातचीत हुई है. चीन के साथ पैंगोंग लेक से पूर्व हटने के लेवल समझौता हुआ है. भारत अपने बेस फिंगर 3 और चीन फिंगर 8 के पीछे जाएगा. निर्माण भी हटाये जाएंगे. पुरानी जगह पर जाएंगे. हटने की प्रक्रिया कल से शुरू हो गई है.