अदनान
कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए पहले टी-20 मैच में टीम इंडिया ने बड़ी आसानी से 38 रनों से जीत हासिल कर तीन मैचों की श्रंखला में 1-0 से बढ़त बना ली है. लक्ष्य का पीछे करते हुए श्रीलंका की पूरी टीम 18.3 ओवर में ढेर हो गयी. टीम इंडिया ने पहली पारी में 164 रन बनाये थे.

श्रीलंका की ओर से चरिथ असलंका ही भारतीय गेंदबाज़ों का ढंग से जवाब दे सके और 26 गेंदों में 44 रनों के तेज़ तर्रार पारी खेली, अविष्का फर्नांडो ने 26 एयर कप्तान दसून शनका ने 16 रनों की पारी खेली. भुवनेश्वर कुमार ने शानदार गेंदबाज़ी की और 22 रन देकर श्रीलंका चार खिलाडी आउट किये, दीपक चाहर ने 2 विकेट चटकाए।

इससे पहले भारत ने पहले करते हुए निर्धारित २० ओवरों में पांच विकेट खोकर 164 रन बनाये. भारत को इस स्कोर तक पहुंचाने में अहम योगदान रहा बेहतरीन फॉर्म में चल रहे सूर्यकुमार यादव (50 रन, 34 गेंद, 5 चौके, 2 छक्के) और कप्तान शिखर धवन (46 रन, 36 गेंद, 4 चौके, 1 छक्का) ने. सूर्य ने बेहतरीन 50 रन बनाए, लेकिन गलत यह रहा कि वह 16वें ओवर में आउट हुए, जब सब उनसे आखिर तक खेलने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन उन्होंने भारत को तब सहारा दिया जब टीम की शुरुआत भी खराब रही थी, जब पृथ्वी शॉ (0) अपने करियर के पहले ही मैच में पारी की पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले आउट हो गए थे, तो संजू सैमसन (27) भी जमकर आउट हो गए थे.

बहरहाल, भारत ने तीसरा विकेट धवन का गंवाया, जिन्होंने 46 रन बनाए. इससे पहले भारत के लिए शुरुआत सिर मुंडाते ही ओले पड़ने जैसी रही, जब चमीरा ने पारी की पहली गेंद पर पृथ्वी को विकेट के पीछे लपकवा दिया. न तो पृथ्वी पूरी तरह फ्रंटफुट पर दिखायी पड़े और न ही बैकफुट पर. और काफी हद तक यॉर्कर गेंद उनके बल्ले को छूते हुए विकेटकीपर मिनोद के हाथों में जा समायी. इसके बाद संजू सैमसन (27) ने मिलकर धवन के साथ उबारने की कोशिश की और पावर-प्ले के 6 ओवरों में स्कोर को 1 विकेट पर 51 तक ले गए, लेकिन पावर-प्ले खत्म हुआ, संजू की पारी पर हसारंगा ने भी ब्रेक लगा दिया. गेंद को पढ़ने में चूके और एलबीडब्ल्यू करार दिए गए. सूर्यकुमार के बाद हार्दिक पंड्या (10) भी कुछ खास तीर नहीं चला सके, तो एक छोर पर नंबर छह पर खेलने आए इशान किशन (नाबाद 20 रन, 14 गेंद, 1 चौका, 1 छक्का) ने अपनी ओर से जितनी कोशिश हो सकती थी, की. और टीम धवन कोटे के 30 ओवरों में 5 विकेट पर 164 रन तक पहुंचने में कामयाब रही.

सूर्यकुमार मानों वहीं से शुरू करते हैं, जहां वह छोड़ते हैं. फिर चाहे वह वनडे हो या टी20. और यहां भी सैमसन के आउट होने के बाद सूर्यकुमार के टेमप्रामेंट पर रत्ती भर भी असर नहीं पड़ा. वही बेहतरीन ऑनड्राइव, वही बेहतरीन स्कूप स्वीप और वही शानदार गति. सबकुछ एकदम सूर्यकुमार ब्रांड क्रिकेट! नतीजा यह रहा कि सूर्यकुमार ने 34 गेंदों पर 5 चौकों और 2 छक्कों से 50 रन बनाए. एक उम्दा अर्द्धशतक. बस गलती यही हो गयी कि वह 16वें ओवर में तब आउट हो गए, जब सभी उनके नॉटआउट रहते हुए भारत के लिए आखिरी ओवर में और धुआंधार और बेहतर स्कोर की उम्मीद कर रहे थे.