टीम इंस्टेंटखबर
अमरीका की यात्रा पर जाने वाले इराक़ी प्रधानमंत्री मुस्तफ़ा अल-काज़ेमी ने न्यूज़ एजेंसी एपी से बात करते हुए कहा कि ISIS से मुक़ाबले के लिए बग़दाद को अमरीकी सैनिकों की कोई ज़रूरत नहीं, हां अगर उन्हें किसी और मक़सद के लिए यहां तैनात किया जाता है, तो उसके लिए नए सिरे से बातचीत की ज़रूरत है।

उनसे जब पूछा गया कि इराक़ में मौजूद अमरीकी सैनिकों की ज़िम्मेदारी में क्या कोई बदलाव आने वाला है, तो उन्होंने कहा कि इराक़ी सैनिकों के प्रशिक्षण और सूचनाओं को इकट्ठा करने में सहयोग के लिए बग़दाद, वाशिंगटन से सहयोग का अनुरोध करेगा।

उन्होंने कहा कि अमरीकी सैनिकों की सीधे मदद के बिना इराक़ी सैनिक आतंकवाद से लड़ने की योग्यता रखते हैं।

ग़ौरतलब है कि सोमवार को अल-काज़ेमी व्हाइट हाउस में अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाक़ात करेंगे और उनसे अपने देश से अमरीकी सैनिकों को बाहर निकालने का अनुरोध करेंगे।

अमरीकी सूत्रों का कहना है कि वाशिंगटन, इस साल के आख़िर तक इराक़ से अपने सैनिकों को बाहर निकालने की समय सीमा निर्धारित कर सकता है।

इराक़ और अमरीकी सैन्य सूत्रों का कहना है कि कुछ संख्या में अमरीकी सैनिक इराक़ में मौजूद रहेंगे, लेकिन वे सीधे किसी ऑप्रेशन में भाग नहीं लेंगे।