लखनऊ ब्यूरो
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विकास की अपनी सकारात्मक सोच होती है। जहां व्यक्ति के मन में सकारात्मक सोच नहीं, वहां विकास नहीं। विकास की प्रेरणा संस्थाओं से प्राप्त होती है। यह क्रम पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ता है।

मुख्यमंत्री आज युग पुरूष ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज की 52वीं पुण्यतिथि पर जनपद गोरखपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर भारत सरकार के शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान व मुख्यमंत्री जी ने महंत दिग्विजयनाथ पार्क में युगपुरुष महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर दिग्विजयनगर काॅलोनी के महन्त दिग्विजयनाथ स्मृति द्वार का लोकार्पण तथा वाॅर्ड संख्या-12 में ब्रह्मलीन महन्त दिग्विजयनाथ पार्क के जीर्णोद्धार तथा सम्पर्क मार्ग की साइड पटरी के इण्टरलाॅकिंग कार्य का शिलान्यास भी सम्पन्न हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में वर्ष 1990 में खाद कारखाना बंद हो गया था। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में गोरखपुर का खाद कारखाना अगले माह फिर से शुरू होगा। जब एक सकारात्मक सोच व राष्ट्रीय मूल्यों की सरकार देश के अन्दर रचनात्मक भाव के साथ आगे बढ़ती है तो विकास और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट के विभिन्न कार्यक्रम क्रियान्वित होते हंै, जो आप सबके समक्ष हैं।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, के भाव से निरन्तर कार्य कर रही हैं।