लखनऊ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीवन को सुखमय और आनंदमई बनाना है तो योग को अपनी नियमित दिनचर्या का लोगों को हिस्सा बनाना पड़ेगा. सीएम योगी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर गोरखनाथ मंदिर के दिग्विजय नाथ सभागार में आयोजित योग शिविर में लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने योगासन की विभिन्न मुद्राओं को भी लोगों के बीच प्रस्तुत करके योगाभ्यास से जुड़ने का संदेश दिया.

उन्होंने कहा कि योग प्रमाणिक है. कोरोना काल में लोगों ने इसका महत्व देखा है. योग में प्राणायाम सबसे ज्यादा लाभकारी है. लंग्स जब प्रभावित हुआ तो लोगों ने इसका उपयोग किया. योगी ने कहा कि जो लोग ज्यादा श्रम करते रहे उनके लंग्स ज्यादा मजबूत रहे हैं. योग से व्यक्तित्व बदल जाता है. अच्छी नींद आती है. इससे व्यक्तिगत सिद्धि मिलती है. योग से जोड़ों का दर्द दूर होता है. योग अपनाएं जीवन स्वस्थ बनाएं. दुनिया के अंदर तमाम ऐसे परिणाम आए जो हमको चेतावनी देने लगे हैं. प्राणायाम हमारे शारीरिक स्फूर्ति का माध्यम बनते हैं. यह शारीरिक सुदृढ़ता और स्थिरता प्रदान करता है. योग बेहतर पाचन तंत्र और आंतरिक अंग को मजबूत करता है. योग अस्थमा का भी इलाज है.

उन्होंने कहा कि योग दिवस आज पूरी दुनिया में भारत की पहल की वजह से जाना जा रहा है. जिसको पूरी दुनिया मना रही है. अगर विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करना है तो योग उसका बड़ा माध्यम है. आज विभिन्न प्रकार की जो बीमारियां हैं उस पर योग से लगाम लगाया जा सकता है. इसका क्षेत्र बहुत विस्तृत है. एक सामान्य नागरिक के लिए सारी बीमारियों पर विजय प्राप्त करने का माध्यम है योग. बता दें कि बुधवार को पूरी दुनिया में मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए योग को अपनाने की अपील की थी. उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो संदेश जारी करते हुए यह संदेश दिया था. वहीं राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने लखनऊ में राजभवन प्रांगण में योगाभ्यास किया. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने रेजीडेंसी लखनऊ तो भारत सरकार के राज्य मंत्री आवास एवं शहरी कार्य कौशल किशोर ने लखनऊ के काकोरी शहीद स्मारक में लोगों के साथ योग किया.