नई दिल्ली: भारत में कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है। हर दिन कोरोना संक्रमितों के रिकॉर्ड टूट रहे हैं और लोगों की जानें जा रही हैं। आईआईटी के वैज्ञानिकों ने बताया है कि 11 से 15 मई के बीच कोरोना संक्रमण के मामले चरम पर होंगे । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के वैज्ञानिकों ने अपने गणितीय मॉडल के आधार पर यह अनुमान लगाया है। वहीं, यूएस स्टडी ने भी दावा किया है कि देश में मई के मध्य में पीक पर संक्रमण होगा और हर रोज 5,600 से अधिक की मौत होगी।

33 से 35 लाख तक पहुंच सकती है मरीज़ों की संख्या
आईआईटी वैज्ञानिकों का कहना है कि उस समय देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 33 से 35 लाख तक पहुंच सकती है और इसके बाद मई के अंत तक मामलों में तेजी से कमी आएगी। देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 3,46,786 नए मामले दर्ज किए गए हैं जबकि रिकॉर्ड 2,624 और मौते हुई है। अभी पूरे देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 25 लाख से अधिक हो गई है।

एक्टिव केसेस में 10 लाख की वृद्धि संभव
आईआईटी कानपुर और हैदराबाद के वैज्ञानिकों ने एप्लाइड दस ससेक्टिबल, अनडिटेक्ड, टेस्टड (पॉजिटिव) ऐंड रिमूव एप्रोच (सूत्र) मॉडल के आधार पर अनुमान लगाया है कि मामलों में कमी आने से पहले मध्य मई तक उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 10 लाख तक की वृद्धि हो सकती है।

ग़लत साबित हुआ था पहला अनुमान
इस महीने की शुरुआत में गणितीय मॉडल के माध्यम से अनुमान लगाया गया था कि देश में 15 अप्रैल तक संक्रमण की दर अपने चरम पर पहुंच जाएगी लेकिन यह सत्य साबित नहीं हुई।