अपने माता-पिता के साथ-साथ अपने शिक्षकों द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करें : इफ्फत रहमान

फहीम सिद्दीकी

फतेहपुर बाराबंकी: कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। किसी विद्वान कवि की यह पंक्ति शत प्रतिशत सत्य है क्योंकि जब इंसान लगन के साथ मन में कुछ करने की ठान लेता है तो वह अपने उद्देश्य में जरूर सफल होता है।

मालूम हो कि कस्बा फतेहपुर जिला बाराबंकी की रहने वाली छात्रा इफ्फत रहमान ने पूरे में भारत में होने वाली नीट की परीक्षा में 720 में 625 अंक प्राप्त करके अपने कस्बा फतेहपुर का ही नहीं बल्कि जनपद बाराबंकी का नाम भी रोशन किया है। इफ्फत रहमान डॉक्टर बनकर कर निर्धन और महिलाओं के लिए विशेष चिकित्सकीय सेवा करने का मन बनाया है। इनका कहना है कि मेरी इस कामयाबी में ईश्वर की कृपा के साथ-साथ मेरी मम्मी जेबुन्निसा बड़ी अम्मी जुवेरिया तथा मेरे बड़े अब्बू हाजी वसीकुर रहमान की विशेष भूमिका है। मेरे अब्बू फैज़ुर रहमान के सऊदी अरब में होने की वजह से मेरे बड़े अब्बू हाजी वासिकुर रहमान ही मेरी पढ़ाई से सम्बंधित फीस व किताबों का पूरा-पूरा ख्याल रखते थे। मेरी इस कामयाबी से मेरे घर में सभी को बहुत खुशी है। समय-समय पर मेरे शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने भी मुझे बहुत प्रोत्साहित किया और मार्गदर्शन किया, जिससे मैं नीट की परीक्षा में सफल हो पाई।

इफ्फत रहमान ने आगे बताया कि मेरी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शिक्षा ग्लोरियस पब्लिक स्कूल फतेहपुर से हुई और हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की शिक्षा वारिस चिल्ड्रेन्स अकैडमी इंटर कॉलेज फतेहपुर से हुई, इसके बाद मैंने बीएससी की शिक्षा साईं पीजी कॉलेज फतेहपुर से प्राप्त की। फिर मेरी बड़ी
अम्मी व बड़े अब्बू जी ने मुझे लखनऊ बुलाकर नीट की परीक्षा हेतु मेरा प्रवेश लखनऊ की कोचिंग में करा दिया। सत्र 2022-23 की नीट परीक्षा में 720 में 625 अंक प्राप्त करके पूरे भारत में 15930 वीं रैंक प्राप्त की। इफ्फत रहमान ने ग्रामीण क्षेत्रों एवं नगरीय क्षेत्रों के छात्र छात्राओं को यह संदेश दिया कि आप अपने यहां रहकर अपने आस-पास के स्कूल और कालेजों से भी बेहतर शिक्षा प्राप्त करके कामयाब हो सकते हैं बशर्ते आपको अपने अध्ययन पर ध्यान देना होगा। आपके माता-पिता एवं शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा जो मार्गदर्शन किया जाए उसका अनुसरण करें, तो निश्चित ही कामयाबी आपके क़दम चूमेगी।