नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने कोरोना वायरस को देखते हुए अपने टेस्ट चैंपियनशिप में बड़ा बदलाव किया है. जिसके बाद अब टीमों को अंक के अनुसार नहीं प्रतिशत के आधार पर तालिका में स्थान तय किया जाएगा. गुरुवार को जारी किए संसोधन के बाद सबसे ज्यादा अंक होने के बाद भी भारत दूसरे क्रमांक पर आ गया है. वहीं ऑस्ट्रेलिया पहले स्थान पर पहुंच गया है. जिसकी जानकरी खुद आइसीसी ने दी.

जारी किए अपने बयान में आईसीसी ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने आज COCID-19 महामारी के कारण ICC विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप अंक प्रणाली में संशोधन किया जाएगा. बोर्ड ने अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली आईसीसी क्रिकेट समिति से इस आयोजन के लिए प्रतियोगिता की शर्तों को बदलने के लिए एक सिफारिश को मंजूरी दे दी, यह निर्धारित करने के लिए कि वैश्विक महामारी से प्रभावित श्रृंखला का अंक तालिका में क्या हिसाब है.”

परिषद ने कहा, “COVID-19 के कारण अभूतपूर्व व्यवधान, आज तक, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के आधे मैचों के तहत खेला गया है, इसके साथ ही प्रतियोगिता खिड़की के अंत तक 85% से अधिक बढ़ने का अनुमान है. वर्तमान नियम यह निर्धारित करते हैं कि पूर्ण नहीं हुए मैचों को अंकों के विभाजन के साथ ड्रा के रूप में माना जाएगा. क्रिकेट समिति ने उस स्थिति को बनाए रखने या खेले गए मैचों से अंतिम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप लीग स्टैंडिंग का निर्धारण करने पर विचार किया.

क्रिकेट समिति के सिफारिश के बाद बोर्ड ने नए नियमों को अनुमोदित किया है. ज्सिकेय अनुसार अब टेस्ट चैंपियनशिप में खेलने वाली टीमों को मैच में जितने के बाद मिलने वाले अंकों के प्रतिशत के आधार पर तय किया जाएगा.

ICC के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनु साहनी ने कहा: “क्रिकेट समिति और मुख्य कार्यकारी समिति दोनों ने पूर्ण मैचों और अंकों के आधार पर रैंकिंग वाली टीमों के दृष्टिकोण का समर्थन किया क्योंकि यह उनके प्रदर्शन को दर्शाता है और उन टीमों को नुकसान नहीं पहुंचाता जो अपने सभी मैचों का मुकाबला करने में असमर्थ रही हैं गलती के बिना.

इसी के साथ उन्होंने आगे कहा, “हमने अनेक विकल्पों की एक पूरी श्रृंखला का पता लगाया, लेकिन हमारे सदस्यों ने दृढ़ता से महसूस किया कि हमें अगले साल जून में पहली बार विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के साथ योजना बनाई जानी चाहिए.”