टीम इंस्टेंटखबर
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा इकाई ने जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अपनी जांच रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी है। जांचकर्ताओं ने दावा किया है कि हिंसा आपराधिक साजिश का एक हिस्सा थी।

रिपोर्ट्स की मानें तो जहांगीरपुरी हिंसा के सिलसिले में अब तक 2 नाबालिगों सहित लगभग 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

रिपोर्टों से पता चलता है कि अधिकारी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यकर्ताओं की संभावित भूमिका की जांच कर रहे हैं, जो उसी दिन (16 अप्रैल) जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जब हनुमान जयंती जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई।

दिल्ली पुलिस के अधिकारी ड्रोन से निगरानी कर रहे हैं और राष्ट्रीय राजधानी के अशांत उत्तर-पश्चिम इलाके में सड़कों पर गश्त कर रहे हैं।

दिलचस्प बात यह है कि जहांगीरपुरी इलाके में तीसरी ‘शोभा यात्रा’, जिसके दौरान हिंसा भड़की थी, अधिकारियों की अनुमति के बिना निकाली गई थी। रंगनानी ने कहा, “बिना अनुमति के जहांगीरपुरी इलाके में 16 अप्रैल की शाम को तीसरा जुलूस निकालने पर आयोजकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है।”