टीम इंस्टेंटखबर
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के बाहर भगवा झंडे और कई सारे पोस्टर लगाए गए हैं. जिनपर ‘भगवा जेएनयू’ लिखा गया है. ये झंडे और पोस्टर जेएनयू के बाहर वाले रोड और मुख्य गेट के करीब लगाए गए है. इन्हें हिंदू सेना ने लगाया है. हाल ही में जेएनयू में रामनवमी के दिन वामपंथी छात्र संगठन और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के बीच हिंसा हुई थी. जिसमें कई छात्र घायल हुए थे. इस हिंसा के बाद अब जेएनयू के बाहर आज ये पोस्टर और झंडे लगाए गए हैं.

हिंदू सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुजीत यादव ने कहा है कि JNU में भगवा का अपमान, भगवा विरोधिया द्वारा किया जाता रहा है. उन्होंने कहा कि हिंदू सेना चेतावनी देती है कि सुधर जाओ… भगवा का अपमान करने की कोशिश मत करना. उन्होंने कहा कि हम आपका सम्मान करते हैं. हम हर धर्म का सम्मान करते हैं, हर विचारधारा का सम्मान करते हैं लेकिन जिस तरह से JNU के अंदर भगवा का अपमान किया जा रहा है. ये हिंदू सेना बर्दाशत नहीं करेगी. और कोई भी कठोर कदम इसके लिए उठाया जा सकता है.

रामनवमी पर छात्रों के दो समूहों के बीच संघर्ष के मामले में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने JNU से रिपोर्ट मांगी है, वहीं विश्वविद्यालय के छात्र संघ ने मामले में किसी हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अगुवाई वाले आयोग से स्वतंत्र न्यायिक जांच कराने की मांग की है. बता दें कि जेएनयू के कावेरी हॉस्टल में रविवार को वामपंथी छात्र संगठन और ABVP से संबद्ध दो समूहों के बीच मेस में रामनवमी पर नॉनवेज परोसे जाने को लेकर झड़प हो गई थी. पुलिस के अनुसार इस झड़प में 20 स्टूडेंट घायल हो गए थे.

रामनवमी पर हुई दो छात्रसंघों के बीच लड़ाई को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर स्कूलों और कॉलेजों में झड़प और गुंडागर्दी होगी तो राष्ट्र कभी आगे नहीं बढ़ेगा. वहीं इस हिंसा के बाद एबीवीपी की जेएनयू इकाई ने कुलपति शांतिश्री धूलिपुडी पंडित और विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर छात्रों की सुरक्षा की मांग की थी.