काठमांडू: नेपाल और चीन ने मंगलवार को संयुक्त तौर पर दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट की नई ऊंचाई का ऐलान किया। एवरेस्ट की नई ऊंचाई अब 8848.86 मीटर घोषित की गई है। नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने बताया कि नई ऊंचाई पहले से घोषित ऊंचाई से 86 सेंटीमीटर ज्यादा है।

भूकंप के बाद ऊंचाई पर विवाद
काठमांडू पोस्ट के अनुसार कठमांडू और बीजिंग में एक साथ दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने एवरेस्ट की नई ऊंचाई की घोषणा की। साल 2015 में आए विनाशकारी भूकंप के बाद से ही एवरेस्ट की ऊंचाई को लेकर तमाम तरह की अटकलें चल रही थीं और ऐसी आशंका जताई गई थी कि इसकी ऊंचाई में कमी आई है।

विवाद का अंत
बहरहाल, अब नई घोषणा के बाद इस विवाद का अंत हो जाएगा। नेपाल 2011 से ही एवरेस्ट की सटीक ऊंचाई नापने की कोशिश में लगा था। बता दें कि साल 2019 में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेपाल दौरे के दौरान एक समझौता दोनों देशों के बीच हुआ जिसमें ये सहमति बनी कि दोनों देश संयुक्त रूप से दुनिया की सबसे ऊंची चोटी की हाइट की घोषणा करेंगे।

1975 में 8,848.13 मीटर थी ऊंचाई
इससे पहले सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा 1954 में की गई माप के अनुसार माउंट एवरेस्ट की मान्य ऊंचाई 8,848 मीटर थी। दुनिया की इस सबसे लंबी चोटी को नेपाल में सागरमाथा के नाम से जाना जाता है। वहीं, 1975 में चीनी सर्वेक्षकों ने भी माउंट एवरेस्ट को मापा था और इसकी ऊंचाई समुद्र तल से 8,848.13 मीटर ऊपर बताई गई थी।