एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को वित्त वर्ष 2022-23 की आखिरी तिमाही के नतीजे घोषित किए। देश के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक का शुद्ध मुनाफा मार्च तिमाही में 20.60 फीसदी बढ़कर 12,594.47 करोड़ रुपये हो गया। एचडीएफसी बैंक ने FY22 की समान अवधि में 10,443.01 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। इससे पहले FY23 की दिसंबर तिमाही में इस प्राइवेट बैंक को 12,698.32 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।

FY23 के लिए, HDFC बैंक ने 45,997.11 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि FY22 में कंपनी ने 38,052.75 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया। स्टैंडअलोन आधार पर, बैंक ने अपने शुद्ध लाभ में 19.81 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, क्योंकि कंपनी ने 12,047.45 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया। वहीं, स्टैंडअलोन आधार पर इसकी कुल आय एक साल पहले की समान अवधि के 41,086 करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 53,850 करोड़ रुपये हो गई। वहीं, ब्याज से होने वाली आय भी सालाना आधार पर 23.7 फीसदी बढ़कर 23351 करोड़ रुपए हो गई है।

नेट प्रॉफिट में बढ़ोतरी देखने के बाद एचडीएफसी बैंक ने शेयरधारकों को शानदार डिविडेंड का तोहफा दिया है। स्टॉक एक्सचेंज पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, बैंक ने 1 रुपये के अंकित मूल्य के आधार पर 19 रुपये प्रति शेयर का लाभांश घोषित किया है। इसके लिए रिकॉर्ड तिथि 16 मई तय की गई है। भुगतान भी इसी दिन किया जाएगा। अपने आप। हालांकि अभी इसे एजीएम की मंजूरी मिलनी बाकी है। गौरतलब है कि बैंक को तिमाही नतीजे अच्छे रहने की उम्मीद थी। शुक्रवार यानी 14 मार्च को सपाट रहने के बावजूद इसका शेयर 1,601 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।