लखनऊ: एचडीएफसी बैंक ने स्त्री स्वाभिमान प्रोग्राम में सहयोग की घोषणा की है । यह कार्यक्रम ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की सैनिटेशन की जरूरतों व माहवारी की हाईज़ीन का ख्याल रखेगा। यह अभियान भारत सरकार के कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के सीएसआर आर्म, सीएससी एकेडमी द्वारा लॉन्च किया गया है।

बैंक ने इस अभियान के लिए कॉमन सर्विस सेंटर्स के साथ साझेदारी की है। इस कार्यक्रम के तहत, सीएससी एकेडमी ने देश में लगभग 1000 सैनिटरी नैपकिन मैनुफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की हैं। ये यूनिटें ग्रामीण महिलाओं को रोजगार प्रदान करती हैं तथा अपने क्षेत्र में वितरण केंद्र के रूप में दोगुनी हो जाती हैं। 500 रु. के डोनेशन में ये सेंटर एक महिला को एक साल तक सैनिटरी नैपकिन प्रदान करते हैं। एचडीएफसी बैंक इस अभियान के लिए समर्पित है, जो 25,000 से ज्यादा महिलाओं की माहवारी के वक्त हाईज़ीन की जरूरतों को पूरा करेगा।

सैनिटरी यूनिट्स में बनाए गए उत्पाद समाज में सुविधाओं से वंचित व गरीबी में रहने वाली युवा लड़कियों व महिलाओं को वितरित किए जाएंगे। इन लोगों को सैनिटरी नैपकिंग जैसी बेसिक हाईज़ीन की सामग्री की उपलब्धता बहुत कम होती है। परिणामस्वरूप उन्हें बार बार संक्रमण का खतरा होता है और स्वास्थ्य की गंभीर समस्या भी हो सकती है।

मिस स्मिता भगत, ग्रुप हेड- सरकार एवं इंस्टीट्यूशनल बिज़नेस, ईकॉमर्स एवं स्टार्टअप्स, एचडीएफसी बैंक ने कहा, ‘‘ग्रामीण इलाकों में माहवारी के फायदों पर लड़कियों एवं महिलाओं के बीच शिक्षा व जागरुकता बढ़ाना तथा उन्हें ईको-फ्रेंडली नैपकिंस आसानी से उपलब्ध कराना आज के वक्त की जरूरत है।