बाजार में अपनी हिस्सेदारी वापस पाने को तय किये लक्ष्य
क्रेडिट कार्ड की बिक्री को 3 लाख पर पहुंचाने का पहला टारगेट

बिजनेस ब्यूरो
देश के अग्रणी प्राइवेट सेक्टर का बैंक एचडीएफसी बैंक अगले एक साल में क्रेडिट कार्ड बाजार में अपनी हिस्सेदारी को फिर वापस पाने के लिए नए लक्ष्यों की घोषणा की है. गौरतलब है कि RBI ने HDFC बैंक पर नए Credit Card जारी करने की रोक को आठ महीने बाद हटाया है.

दरअसल तकनीकी के मोर्चे पर लगातार आ रही अड़चनों के बाद RBI ने दिसंबर 2020 में HDFC बैंक के नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक लगा दी थी.

आज एक वर्चुअल प्रेसवार्ता में एचडीएफसी बैंक के पेमेंट एवं कंज्यूमर फाइनेंस, डिजिटल बैंकिंग और आईटी के समूह प्रमुख पराग राव ने नए लक्ष्यों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि बैंक इस क्रिडेट कार्ड के बाजार में फिर उतर रहा है. ऐसे में उसने अपने लिए कुछ लक्ष्य तय किए हैं.

पराग राव ने कहा कि हमारा पहला लक्ष्य नए क्रेडिट कार्डों की बिक्री को 3 लाख पर पहुंचाने का है. RBI द्वारा प्रतिबन्ध लगाने से पहले बैंक यह आंकड़ा हासिल करने के बहुत करीब था. बहरहाल बैंक उन्होंने आइंदा तीन महीने में इस आंकड़े को हासिल करने का विशवास दिलाया.

एचडीएफसी बैंक के पेमेंट एवं कंज्यूमर फाइनेंस, डिजिटल बैंकिंग और आईटी के समूह प्रमुख पराग राव

पराग राव ने कहा कि दो तिमाहियों के बाद हमारा लक्ष्य मासिक आधार पर क्रेडिट कार्ड बिक्री को 5 लाख पर पहुंचाने का है. ‘अब से तीन-चार तिमाहियों के दौरान हम संख्या के हिसाब से अपनी क्रेडिट कार्ड हिस्सेदारी को हासिल कर लेंगे. पराग राव ने कहा कि उसके कार्ड पोर्टफोलियो में अप्रैल-जून तिमाही में क्रेडिट कार्ड पर खर्च 60 फीसदी बढ़ा है.

बता दें कि आंकड़ों के अनुसार प्रतिबंध की वजह से कार्डों की संख्या के लिहाज से HDFC बैंक की बाजार हिस्सेदारी 200 बेसिस पॉइंट घटकर 25 फीसदी से रह गई है. वहीँ आईसीआईसीआई बैंक तथा एसबीआई कार्ड्स ने HDFC बैंक पर लगे प्रतिबन्ध का पूरा लाभ उठाया.