अरविंद केजरीवाल इस वादे के साथ सरकार में आए थे कि वह दिल्ली से भ्रष्टाचार को दूर करेंगे लेकिन उनकी सरकार में भ्रष्टाचार चर्म पर है। ख़ुद सरकार मुफ्त के नाम पर 2 रुपये देती है और दूसरे हाथ से 4 रुपये ले लेती हैं। दिल्ली के लोगों को ना पीने का साफ़ पानी मिला,ना इलाज मिला, न शिक्षा, इस सरकार ने दिल्ली की जनता के साथ ग़द्दारी की है।आने वाले एमसीडी इलेक्शन में जनता ग़द्दारों को ठिकाने लगाएगी। इन विचारों को ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष कलीमुल हफ़ीज़ ने क़ुरैश नगर वार्ड में एक जनसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि केजरीवाल भ्रष्टाचार विरोधी तहरीक़ के नतीजे में सरकार में आए थे। दिल्ली की जनता ने समझा था कि कांग्रेस और भाजपा के मुकाबले उनको एक मसीहा मिल गया है और अब उनके मसाइल हल हो जाएंगे। लेकिन जनता की इन उम्मीदों पर उस वक्त पानी फिर गया जब उसने केजरीवाल का ज़हरीला रूप देखा। केजरीवाल ने मुसलमानों के साथ जो भेदभाव किया है वह किसी से ढका छुपा नहीं है। मरकज़ को कोरोना में बदनाम किया गया, दिल्ली दंगों में दंगे रोकने के बजाय मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों के साथ गांधी की समाधि पर जाकर बैठ गए और दंगाइयों को खुली छूट दे दी। सीएए एनआरसी पर केंद्र सरकार का समर्थन किया और अभी हाल ही में सिविल डिफ़ेंस में काम करने वाली राबिया सैफ़ी निर्मम हत्या कांड पर हमदर्दी के दौ बोल भी नहीं बोले और ना ही एक करोड़ का मुआवज़ा दिया। जबकि 1 साल पहले इसी डिपार्टमेंट के प्रवेश कुमार को एक करोड़ का मुआवज़ा दिया जा चुका है। लेकिन अब मजलिस आ गई है जो पीड़ितों, दलितों और मुसलमानों की आवाज़ है। हम दिल्ली की जनता के साथ धोखा नहीं होने देंगे। अब केजरीवाल के बुरे दिन और जनता के अच्छे दिन आने वाले हैं।

जनसभा में बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की जलसे में स्थाई ज़िम्मेदारों के अलावा नौजवान लीडर क़ासिम उस्मानी, संगठन सचिव अब्दुल ग़फ़्फ़ार सिद्दीक़ी व मोहम्मद आक़ील ने भी संबोधन किया और उनके साथियों ने मजलिस प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया। प्रदेश अध्यक्ष ने जनसभा की शुरुआत से पहले जामा मस्जिद वार्ड के ऑफ़िस का उद्घाटन किया इस मौक़ै पर एनडीएमसी के वार्ड अध्यक्ष और मजलिस के प्रदेश वह ज़िला पदाधिकारी मौजूद थे।