हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को मृतका के परिजनों से पूछताछ की और अपराध स्थल का मुआयना किया।

अधिकारियों ने कहा कि टीम मंगलवार की सुबह बुलगढ़ी गांव में अपराध स्थल पर पहुंची और मृतका के भाई को बयान दर्ज कराने के लिए ले गया। सीबीआई जब मृतका के भाई को ले जा रही थी तब उसकी गिरफ्तारी की अटकलें लगाई जाने लगीं लेकिन एजेंसी के प्रवक्ता आर के गौर ने स्पष्ट किया कि “कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है।” जांचकर्ताओं ने अपराध के दिन घटी घटनाओं के बारे में मृतका के परिजनों से उनके आवास पर विस्तार से बातचीत की।

अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को अपराध स्थल की घेराबंदी करने का निर्देश दिया। इस बीच सीबीआई ने हाथरस की जांच में लगी अपनी टीम में अधिकारियों की संख्या में वृद्धि की है। गाजियाबाद में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की कमान संभाल रहे पुलिस अधीक्षक रघुराम राजन के मातहत चार और अधिकारियों को शामिल किया गया है। एसीबी चंडीगढ़ में पुलिस उपाधीक्षक सीमा पाहुजा को मामले का जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।

पीड़िता की दिल्ली के एक अस्पताल में 29 सितंबर को मौत हो गई थी जिसके बाद जिलाधिकारी ने कथित तौर पर परिवार वालों की इच्छा के विरुद्ध शव का दाह संस्कार रात के अंधेरे में करने का आदेश दिया था। मामले पर सियासी दबाव के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी थी।