हमीरपुर
किशोर-किशोरियों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित बनाने को लेकर इसी माह तीन जनवरी से शुरू किए गए टीकाकरण अभियान में जनपद ने मण्डल में पहला स्थान हासिल किया है। दस दिनों के अंदर ही 32.61 फीसदी किशोर-किशोरियों को टीका लगाया जा चुका है। दूसरे स्थान पर चित्रकूट है। उधर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके रावत ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अभिभावकों से अपील की है कि वह अपने 15 साल से अधिक उम्र बालक-बालिकाओं को बूथों पर लाकर या फिर स्कूल-कॉलेज में लगने वाले शिविर में अवश्य टीका लगवाएं ताकि उन्हें कोरोना से सुरक्षित बनाया जा सके।

जनपद में इस वक्त 15 से 18 साल के किशोर-किशोरियों का टीकाकरण पूरी रफ्तार से चल रहा है। दस दिन के अंदर ही जनपद ने मण्डल के अन्य जिलों को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल कर लिया है। प्रदर्शन के आधार पर जनपद की प्रदेश में 15वीं रैंक है। लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 32.61 फीसदी किशोर-किशोरियों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगा दी गई है। स्कूल-कॉलेजों में भी कैंप लगाकर टीके लगाए जा रहे हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए के रावत ने बताया कि जनपद के समस्त स्कूल-कॉलेज में योजना के मुताबिक टीमें भेजकर कैंप लगाए जा रहे हैं, जिनके अच्छे परिणाम आ रहे हैं और बड़ी संख्या में किशोर-किशोरियाँ टीका लगवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण ही एकमात्र हथियार है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वह अपने 15 से 18 साल के बालक-बालिकाओं को बूथों में या फिर स्कूल-कॉलेज में लगने वाले कैंप में अवश्य टीका लगवा लें। इसके अलावा 18 साल से ऊपर के ऐसे लोग, जो अभी तक कोरोना का टीका नहीं लगवाए हैं, वह भी अवश्य टीका लगवाकर स्वयं को और अपने परिवार को कोरोना से सुरक्षित करें।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. महेश चंद्रा ने बताया कि जनपद में 77450 किशोर-किशोरियों को टीका लगाने को चिन्हित किया गया था। इसके सापेक्ष अब तक 25253 को टीका लगाया जा चुका है, जो कि 32.61 फीसदी है। प्रदर्शन के आधार पर जनपद मण्डल में प्रथम और प्रदेश में 15 वें स्थान पर है। प्रतिदिन स्कूल-कॉलेज में कैंप लगाकर टीके लगाए जा रहे हैं, जल्द ही छूटे हुए किशोर-किशोरियों को भी टीके लगा दिए जाएंगे।

मण्डल के अन्य जनपदों में किशोर-किशोरियों के टीकाकरण में चित्रकूट दूसरे स्थान पर है। इस जनपद में 69556 किशोर-किशोरियों को टीकाकरण के लिए चिन्हित किया गया था, जिसके सापेक्ष अब तक 22181 को टीके लग चुके है। बांदा का स्थान तीसरा है। यहां चिन्हित 126203 में 33954 और चौथे स्थान पर महोबा में 61436 के सापेक्ष 15321 किशोर-किशोरियों को टीके लगाए जा चुके हैं।