हमीरपुर
बुधवार को राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत सीएमओ कार्यालय में नो स्मोकिंग डे मनाया गया। इस मौकेपर लोगों को धूम्रपान से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया गया। इसके अलावा सभी को धूम्रपान न करने की शपथ भी दिलाई गई।

कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.एके रावत ने बताया कि हर वर्ष मार्च के दूसरे बुधवार को नो स्मोकिंग डे मनाया जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 1984 में हुई थी। इस दिन लोगों को धूम्रपान न करने के लिए जागरूक किया जाता है। उन्होंने कहा कि सिगरेट या बीड़ी केवल उसी व्यक्ति को नुकसान नहीं करती, जो इसका सेवन करता है बल्कि उसे भी नुकसान करती है, जो इसके धुएं के संपर्क में बना रहता है। वह व्यक्ति बिना वजह उन बीमारियों की चपेट में आ जाता है, जिसके लिए वह दोषी भी नहीं है।

लखनऊ से आए यूपीवीएचए के रीजनल कोआर्डिनेटर पुनीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि यह खास दिन उन लोगों के लिए मनाया जाता है जो व्यक्ति धूम्रपान छोड़ने के इच्छुक होते हैं। उनको प्रेरित करने के लिए नो स्मोकिंग डे मनाया जाता है। इस मौके पर कार्यालय के सभी अधिकारी, कर्मचारियों ने नो स्मोकिंग डे पर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया। इस मौके पर कार्यालय के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।