• अस्पताल की दूसरी मंजिल में लैब बनाने का काम हुआ तेज
  • सीएमओ और सीएमएस ने किया निर्माणाधीन लैब का निरीक्षण

हमीरपुर: संभावित कोरोना मरीजों की आरटीपीसीआर जांच अब जिले में हो सकेगी। जिला अस्पताल की दूसरी मंजिल में इसके लिए लैब तैयार किया जा रहा है। लैब का काम प्रगति पर चल रहा है। अभी तक आरटीपीसीआर जांच के सैंपल कानपुर भेजे जा रहे थे। दूसरी तरफ कुरारा सीएचसी स्थित एल-2 हॉस्पिटल में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने को लेकर 20 बेड का पीकू वार्ड भी तैयार कर लिया गया है। तीन अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी पीकू वार्ड की तैयारी की जा रही है।

वर्ष 2020 में कोरोना ने दस्तक दी थी, तब से लेकर अब तक कोरोना से लड़ाई जारी है। संभावित कोरोना मरीजों के एंटीजन और ट्रूनेट टेस्ट तो जिला स्तर पर होते रहे हैं, लेकिन आरटीपीसीआर जांच जिसे ज्यादा विश्वनीय माना जाता है, उसके लिए जनपद के सैंपल कानपुर भेजे जाते थे। अब जल्द ही आरटीपीसीआर जांच का इंतजाम जिला अस्पताल में हो जाएगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एके रावत, कोविड सर्विलांस अधिकारी डॉ.पीके सिंह और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.विनय प्रकाश ने जिला अस्पताल के मैनेजर विवेक राजधर के साथ जिला अस्पताल में आरटीपीसीआर लैब के चल रहे काम का निरीक्षण किया। सीएमओ ने बताया कि लैब का काम काफी हद तक हो चुका है। कुछ और समय लगेगा, उसके बाद कोरोना की आरटीपीसीआर जांच यही होने लगेगी। इससे समय बचेगा।
कोविड सर्विलांस अधिकारी का कहना है कि अभी तक सैंपल कानपुर जाते हैं, जिसमें दो से तीन दिन का समय लग जाता है। जिला अस्पताल में लैब खुल जाने पर चौबीस घंटे के अंदर रिपोर्ट मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि अभी प्रतिदिन 1500 आरटीपीसीआर सैंपल लेकर जांच को भेजे जा रहे हैं। लैब बन जाने के बाद इसमें वृद्धि की जा सकेगी।

कुरारा एल-2 का पीकू वार्ड तैयार, तीन और अस्पतालों में तैयारी
सीएमओ ने बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के भी पर्याप्त इंतजाम कर लिए गए हैं। सीएचसी कुरारा स्थित एल-2 हॉस्पिटल में 20 बेड का पीकू वार्ड तैयार किया गया है, जिसमें दस बेड आईसीयू युक्त है और दस बेड में सीधी ऑक्सीजन की सप्लाई हो सकेगी। कोविड सर्विलांस अधिकारी ने बताया कि जिले में चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में पीकू वार्ड तैयार किए जाने हैं। इनमें कुरारा में वार्ड तैयार है, छानी, नौरंगा और मौदहा में भी काम प्रगति पर है। पांच ऑक्सीजन प्लांटों पर काम चल रहा है। मौदहा के ऑक्सीजन प्लांट का ट्रायल हो चुका है। कुरारा, राठ के एक-एक और जिला अस्पताल के दो प्लांटों का काम भी जल्द पूरा हो जाएगा।