तेहरान: हमास ने इस्राईल के ख़िलाफ़ हालिया लड़ाई में मिलने वाली जीत का श्रेय ईरान के समर्थन को देते हुए तेहरान का शुक्रिया अदा किया है।
सोमवार को प्रेस टीवी के साथ बातचीत में ईरान में हमास के प्रतिनिधि ख़ालिद अल क़दूमी का कनहा था कि ग़ज्ज़ा से दाग़े गए मिसाइल मस्जिदुल अक़सा मस्जिद पर इजराइल के हमले और यरूशलम (बैतुल मुक़द्दस) के शेख़ जर्राह इलाक़े में फ़िलिस्तीनियों पर ज़ुल्म का जवाब थे।
जब उनसे सवाल किया गया कि 12 दिनों तक चलने वाली इस लड़ाई में किस की जीत हुई, तो उन्होंने जवाब दिया ‘मुद्दा यह नहीं है कि कौन जीता है, असल मुद्दा यह है कि प्रतिरोधी लड़ाकों ने इस्राईल के लक्ष्यों को विफल बनाने और फ़िलिस्तीनियों के संदेश को विश्व समुदाय तक पहुंचाने में कितनी कामयाबी हासिल की है।’
अल क़दूमी का कहना था कि अब इसरायली शासन की चालें नाकाम होती जा रही हैं और उसका नैरेटिव अलग-थलग पड़ता जा रहा है। ख़ास तौर पर न्यूयॉर्क समेत अमरीकी शहरों में और यूरोपीय देशों में ऐसे यहूदी हैं, जिन्होंने इस्राईल के अत्याचारों का खुलकर विरोध किया है, वहीं कितने ही देश ऐसे हैं, जिनकी जनता ने अपनी सरकारों से इस्राईल के समर्थन पर जवाब तलब किया है। इसलिए इस सवाल का जवाब है हां, इस लड़ाई में जीत हमारी हुई है।
ग़ज्ज़ा से फ़ायर होने वाले रॉकेटों में मारे जाने वाले इस्राईलियों के आंकड़ों को ख़ारिज करते हुए उन्होंने कहा कि नेतन्याहू शासन सही आंकड़े छुपा रहा है, मरने वालों की संख्या आधिकारिक आंकड़ों से कहीं ज़्यादा है।
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