नई दिल्ली: मोहम्मद हुसामुद्दीन ने दुबई में सोमवार को शुरु हुए 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत का विजयी आगाज कराया है।

हुसामुद्दीन ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) और संयुक्त अरब अमीरात मुक्केबाजी महासंघ द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस प्रतिष्ठित इवेंट में 56 किलो ग्राम भार वर्ग में कजाकिस्तान के मखमुद सेबिर्क को एकतरफा अंदाज में 5-0 से हराया।

अब मंगलवार को क्वार्टर फाइनल में हुसामुद्दीन का सामना टाप सीड और मौजूदा विश्व चैम्पियन उजबेकिस्तान के मिराजिजबेक मिर्जाहालीलोव से होगा।

सोमवार को ही शिवा थापा (64 किग्रा) और सुमित सांगवान (81 किलो ग्राम) पहले दौर के मुकाबलों में एक्शन में दिखेंगे। ये दोनों भी अगर जीत जाते हैं तो ये भी मंगलवार को ही रिंग में दिखेंगे।

मंगलवार को विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकीं सिमरनजीत कौर और तीन अन्य भारतीय मुक्केबाज भी क्वार्टर फाइनल में खेलते हुए देश के लिए पदक पक्का करने की कोशिश करेंगे।

सिमरनजीत के अलावा साक्षी (54 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा) और संजीत (91) अन्य भारतीय हैं जो इस प्रतिष्ठित एशियाई इवेंट में अपने-अपने वर्ग के अंतिम -8 चरण में एक्शन में होंगे।

ओलंपिक का टिकट कटा चुकीं मुक्केबाज सिमरनजीत महिलाओं के 60 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उज्बेकिस्तान की रेखोना कोदिरोवा से भिड़ेंगी। इसी तरह दो बार की युवा विश्व चैंपियन साक्षी ताजिकिस्तान की रूहाफ्जो हकजारोवा से भिड़ेंगी।

महिलाओं के फेदरवेट वर्ग में जैस्मीन, जिन्होंने हाल ही में बॉक्सम टूर्नामेंट के तौर पर अपने पहले ही अंतरराष्ट्रीय इवेंट में शानदार प्रदर्शन किया था और रजत पदक जीतने में सफल रही थीं, का सामना मंगोलियाई मुक्केबाज ओयुंटसेटसेग येसुगेन से होगा।

पुरुष वर्ग में संजीत को पहले दौर में बाई मिला था और अब उनका सामना ताजिकिस्तान के जासूर कुर्बोनोव से होगा।

शुरुआत में इस टूर्नामेंट में 27 से अधिक देशों की भागीदारी की उम्मीद थी। हाल ही में लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों के कारण, हालांकि कुछ देश इसमें भाग नहीं ले सके।

इस आयोजन में अब भारत, उज्बेकिस्तान, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी देशों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाज अपनी श्रेष्ठता साबित करने का प्रयास करेंगे।

2021 एशियाई चैंपियनशिप के मैच सोमवार से शुरू होने वाले हैं। 2019 में बैंकॉक में आयोजित चैंपियनशिप के पिछले संस्करण में, भारतीय टीम ने दो स्वर्ण सहित 13 पदक जीतते हुए अभूतपूर्व सफलता हासिल की थी।