रियाज़: पवित्र शहर मक्का में मंगल को देर रात कोरोना वायरस की पाबंदियों के तहत हज (hujj) की शुरुआत हुई| इस बार बहुत कम लोगों को हज करने की अनुमति मिली है| एक तरह से इसे सांकेतिक हज भी कहा जा सकता है|

सऊदी अरब ने इस बार हज की हाज़री को पांच दिनों की यात्रा को केवल कुछ हज़ार तक सीमित कर दिया और मक्का व मदीना के मुस्लमान पवित्र स्थानों पर नमाज़ियों की संख्या को सीमित कर दिया जो आम तौर पर बीस लाख से अधिक होती है| यह हज यात्रा इतवार तक जारी रहेगी|

इस महीने के आरम्भ में सऊदी अरब के अधिकारीयों ने कहा था कि वह कोरोना की वजह से विदेशी हज यात्रियों को हज में शामिल होने की अनुमति नहीं देंगे| हज के इतिहास में पहली बार ऐसी पाबन्दी लगाईं गयी है| हज के दौरान लगभग 70 प्रतिशत हाजी दूसरे देशों से आते हैं|

सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि इस साल हर 50 हाजियों पर एक “स्वास्थ्य अधिकारी” नियुक्त किया गया है|

स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी इस बात को सुनिश्चित करेगा पवित्र स्थानों पर स्वास्थ्य से सम्बंधित सुरक्षा के सभी पक्के प्रबंध किये जाय और उनकी सख्ती से निगरानी हो|

इस साल हज के लिए आने वालों को 14 दिन के कवारेन्टाइन पीरियड से भी गुज़ारना पड़ा