नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि राजग का माल एवं सेवा कर (जीएसटी) कोई कर प्रणाली नहीं, बल्कि भारत के गरीबों और छोटे एवं मझोले व्यवसायों पर ‘‘हमला’’ है। उन्होंने सभी से इसके खिलाफ खड़े होने की अपील की।

‘‘गब्बर सिंह टैक्स’’
राहुल गांधी ने जीएसटी को ‘‘गब्बर सिंह टैक्स’’ करार देते हुए कहा कि यह भारत की असंगठित अर्थव्यवस्था पर दूसरा बड़ा हमला है और यह पूरी तरह से ‘‘विफल’’ रहा है। उन्होंने पहले कहा था कि नोटबंदी अर्थव्यवस्था के अनौपचारिक क्षेत्र पर पहला हमला थी।

सरकार पर आरोप
अर्थव्यवस्था पर अपनी वीडियो श्रृंखला के क्रम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि राजग सरकार ने ऐसे बड़े उद्योगपतियों को ध्यान में रखते हुए कर की चार अलग-अलग श्रेणियां बनाईं जिनके पास जीएसटी के तले कर में बदलाव करने के वास्ते आवश्यक साधन और संपर्क हैं।

जीएसटी कोई कर प्रणाली नहीं
अपने विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर साझा की गई वीडियो श्रृंखला में गांधी ने कहा, ‘‘जीएसटी पूरी तरह से विफल रहा है। यह न केवल नाकाम साबित हुआ, बल्कि यह गरीबों और छोटे तथा मझोले उद्योगों पर हमला भी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जीएसटी कोई कर प्रणाली नहीं है, यह तो भारत के गरीबों पर हमला है। यह छोटे दुकानदारों, छोटे एवं मझोले व्यवसायों, किसानों और श्रमिकों पर हमला है।’’

जीएसटी का मतलब है आर्थिक विनाश
गांधी ने कहा, ‘‘हमें इस हमले को पहचानना होगा और इसके खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा।’’ गांधी ने करीब तीन मिनट का वीडियो ट्विटर पर साझा किया जिसमें उन्होंने कहा, ‘‘जीडीपी में आई ऐतिहासिक गिरावट का एक अन्य मुख्य कारण है मोदी सरकार का गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी)। इसने बहुत नुकसान पहुंचाया है-लाखों छोटे व्यवसायों को, करोड़ों नौकरियों और युवाओं के भविष्य को और राज्यों के आर्थिक हालात को। जीएसटी का मतलब है आर्थिक विनाश।’’