इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने कहा कि देश पर इस्राईल को मान्यता देने के लिए भारी दबाव डाला गया लेकिन हम इस दबाव के सामने झुकने वाले नहीं हैं।
एक टीवी इंटरव्यू में इमरान ख़ान ने कहा कि अमरीका पर इस्राईल का काफ़ी प्रभाव है और अमरीका की मध्यपूर्व रणनीति पूरी तरह इस्राईल के प्रभाव में रहती है ख़ास तौर पर डोनल्ड ट्रम्प के काल में यह प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई दिया।
इमरान ख़ान ने कहा कि मैं साफ़ कर देना चाहता हूं कि हम इस्राईल को उस समय तक हरगिज़ मान्यता नहीं देंगे जब तक फ़िलिस्तीन संकट का एसा समाधान नहीं हो जाता जिसे फ़िलिस्तीनी भी स्वीकार करें।
इमरान ख़ान ने इसके साथ ही कहा कि वह उन देशों के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते जिन्होंने इस्राईल को मान्यता दी है क्योंकि वह हमारे मित्र देश हैं। इमरान ख़ान का इशरा इमारात और बहरैन की ओर था।
पाकिस्तान में जनता के स्तर पर इस्राईल का भारी विरोध पाया जाता है।
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