देशभर से 150 से अधिक साहित्यकारों ने ऑनलाइन विमोचन समारोह में प्रतिभाग किया

विमोचन के बाद काव्य गोष्ठी का भी आयोजन किया गया, दो घंटो चलती रही काव्य गोष्ठी

जयपुर। प्राची डिजिटल पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित ‘बाल काव्य’ साझा बाल काव्य संग्रह के लिए 12 मई को ऑनलाईन विमोचन समारोह का आयोजन किया गया। ‘बाल काव्य’ साझा बाल काव्य संग्रह के विमोचन समारोह में 150 से भी अधिक साहित्यकारों ने प्रतिभाग किया और ऑनलाईन विमोचन समारोह को भव्य बना दिया। इसके अलावा विमोचन समारोह के बाद काव्य गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। जिसमें सभी कवियों ने अपनी कविताओं से सभी का मन मोह लिया।

बता दें कि प्राची डिजिटल पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित ‘बाल काव्य’ साझा बाल काव्य संग्रह के संपादक खेम सिंह चौहान ‘स्वर्ण’ द्वारा ऑनलाईन विमोचन समारोह की बागडोर संभाल रखी थी और ऑनलाईन विमोचन समारोह का विचार भी उन्ही की देन थी, लेकिन पुस्तक विमोचन समारोह में उम्मीद से बहुत ज्यादा साहित्यकारों ने प्रतिभाग किया। खेम सिंह चौहान राजस्थान से हैं और वर्तमान में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहें है।

पुस्तक विमोचन समारोह में विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार शिवानंद चौबे, मुख्य अतिथि प्राची डिजिटल पब्लिकेशन के डायरेक्टर राजेन्द्र सिंह बिष्ट रहे। कार्यक्रम अध्यक्ष बाल काव्य मंच की संस्थापक अर्चना पांडेय “अर्चि” और संचालन बाल काव्य मंच के अध्यक्ष खेम सिंह चौहान “स्वर्ण” द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य सहयोगकर्ता डॉ. मीना कुमारी सोलंकी और मंच संचालन कर रहीं डॉ. मीना कुमारी ‘परिहार’ ने अपने अनूठे मंच संचालन से तीन घंटे तक कार्यक्रम में किसी को भी यह महसूस नहीं होने दिया कि यह वर्चुअल विमोचन समारोह है। भावना मिलन ने हास्याप्रद पाठ करके पूरा वातावरण हंसी के माहौल से भर दिया। ओम सिंह चौहान ने लोगों के स्वागत के लिए वर्चुअल फूल माला आदि तैयार रखकर उन पर बरसाई जिससे हर कवि और कवयित्री को एक जोशीला स्वर व मंच मिल गया और पूरे मंच को रमणीय बना दिया। इस तरह वर्चुअल कार्यक्रम को सभी रचनाकारों ने आंनद व हर्ष के साथ साहित्य रूपी रस का रसास्वादन किया।

आपको बता दें कि ‘बाल काव्य’ साझा संकलन में देशभर के 34 लेखकों की रचनाएं सम्मलित हैं। जो नन्हें मुन्ने पाठकों के साथ ही हर उम्र के पाठकों को बहुत पसंद आयेगी। लेखकों ने प्रयास किया है कि इस संग्रह को अनमोल और संग्रहित करने लायक बना दें। संपादकीय टीम की मेहनत भी काव्य संग्रह में दिखाई देती है।

काव्य पाठ करने वाले रचनाकारों में पूरे देशभर से रचनाकारों ने प्रतिभाग किया, जिनमें अपर्णा शर्मा, हेमंती शिव कुमार, प्रज्ञा जैमिनी, राजेश कुमार शर्मा पुरोहित, रूपेश कुमार, सरला कुमारी, उषा कनक पाठक, कु. रेखा बलिया, ओ पी मेरोठा, आंनद शुक्ला, शकुन्तला, बालाराम भाटी, डॉ नीलू, आरती ज्योतिषी, रानी इंदु, मिलिंद गौतम, वासुदेव शाह, कीर्ति शुक्ला, गीता पांडेय बेबी, धन्नजय, आई सी डाभी, चेतन दुबे, शारदा मालपाणी, भास्कर सिंह, दयानन्द त्रिपाठी, जीताराम, गरिमा लखनउ, प्रतिभा इंदु, दयाराम, माधवी गणवीर, डॉ मीना कुमारी परिहार, वंदना रमेश चंद्र शर्मा, डॉ गुलाब चंद पटेल, डॉ नेहा इलाहाबादी, भावना मिलन अरोरा, रितु प्रज्ञा शामिल थे। इन्होंने बहुत ही रोचक शब्दों में अपनी कविता प्रस्तुत करके काव्य मंच को तालियों की गड़गड़ाहट से अत्यन्त मनोरम व आकर्षक बना दिया था। अंत में विशिष्ट अतिथि शिवानंद चौबे और राजेन्द्र सिंह बिष्ट तथा बाल काव्य के अध्यक्ष व संपादक खेम सिंह चौहान “स्वर्ण” द्वारा धन्यवाद संदेश देकर कार्यक्रम को इतिश्री किया गया।