लखनऊ: कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा‘मोना’ ने आज एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए बाराबंकी के सतरिख क्षेत्र में दलित नाबालिग किशोरी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और उनके साथ उनका दर्द बांटा। उन्होने कहा कि पीड़ित परिजन बहुत ही गरीब और असहाय हैं। मृतका का पिता दिहाड़ी मजदूर है और रहने के लिए एक टूटा फूटा छप्पर के अलावा कुछ नहीं है। ऐसे में इस प्रकार की बड़ी विपदा ने उस परिवार को तोड़कर रख दिया है।

उन्होने इस घटना पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस पीड़ित परिजनों की हर संभव सहयोग और मदद करने की कोशिश कर रही है लेकिन सरकार का सबसे बड़ा दायित्व है कि ऐसे अवसर पर 48 घण्टे के अन्दर दुष्कर्म के सभी आरोपियों को गिरफ्तार करे, फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाए जिससे दोषियों को शीघ्र सजा हो सके, इस पूरे घटना की न्यायिक जांच करायी जाए और पीड़ित परिजनों की दशा को देखते हुए एक आवास एवं 50 लाख रूपये की आर्थिक मदद व कुछ भूमि इन्हें पट्टे पर दिया जाना अविलम्ब सुनिश्चित करे।