आर्थिक मंदी की आशंका की वजह से दुनियाभर की कंपनियों में छंटनी का दौर 2022 से ही शुरू हुआ है, जो इस साल भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. छटनी के इस दौर में Google की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक भी शामिल हो गयी है और लगभग 12,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला कर लिया है. इस छंटनी को टेक सेक्टर के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.

मेटा-ट्विटर और अमेजन जैसी कंपनियों ने अपने वर्क फोर्स में भारी कटौती की है. कर्मचारियों के भेजे ई-मेल में कंपनी के सीईओ सुंदर पिचई ने कहा कि छंटनी से जुड़े फैसलों की वो पूरी जिम्मेदारी लेते हैं. गूगल अल्फाबेट में छंटनी ग्लोबल लेवल पर होगी. अल्फाबेट ने पहले ही प्रभावित कर्मचारियों को ईमेल कर दिया है, जबकि अन्य देशों में स्थानीय रोजगार कानूनों और नियमों के कारण प्रक्रिया में अधिक समय लगेगा.

पिचई ने कहा- ‘Googlers, मेरे पास शेयर करने के लिए एक मायूस करने वाली खबर है. हमने अपने वर्कफोर्स से 12,000 नौकरी को खत्म करने का फैसला किया है. इस संबंध में हमने पहले ही अमेरिका में प्रभावित कर्मचारियों को एक अलग ईमेल भेज दिया है. इसका अर्थ ये है कि कुछ प्रतिभाशाली लोगों को अलविदा कहना होगा, जिन लोगों को नियुक्त करने के लिए हमने कड़ी मेहनत की और जिनके साथ काम करना पसंद किया. मुझे इसके लिए बहुत खेद है. मैं उन फैसलों की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं जो हमें यहां तक ले गए.’ बता दें कि बीते दिनों Microsoft ने वैश्विक स्तर पर अपने 10,000 कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया.

Meta ने बीते साल भी मंदी का हवाला देते हुए 11000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था. ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने साल 2023 की शुरुआत में ही अपने कर्मचारियों को एक बड़ा झटका देते हुए हजारों की छंटनी का ऐलान कर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक, ऑनलाइन रिटेलर Amazon ने वैश्विक स्तर पर 18,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी का प्लान बनाया है.