इंजीनियरिंग में दाखिला लेने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए अच्छी खबर है. अब छात्रों को JEE मेन परीक्षा चार बार देने का मौका मिलेगा. शिक्षा मंत्रालय इसे अगले साल से दो से बढ़ाकर चार करने का फैसला लिया है. शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को छात्रों के साथ एक बातचीत में संकेत दिया कि इंजीनियरिंग प्रोग्राम के लिए राष्ट्रीय एंट्रेंस टेस्ट के प्रयासों की संख्या को बढ़ाने की इच्छा सरकार की है. उन्होंने कहा कि सरकार इस पर सकारात्मक रूप से विचार कर रही है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, वरिष्ठ अधिकारियों ने बाद में कन्फर्म किया है कि यह फैसला लागू होना निश्चित है.

JEE मेन की परीक्षा कई शिफ्ट में होगी, जो फरवरी, मार्च, अप्रैल और मई के महीनों में तीन से चार दिनों में आयोजित की जाएगी. छात्र सभी चार परीक्षाओं के लिए बैठ सकेंगे और ऑल इंडिया रैंक लिस्ट को तैयार करते समय केवल उनके सबसे अच्छे स्कोर को लिया जाएगा. कोरोना वायरस से पहले प्रवेश परीक्षा को जनवरी और अप्रैल में आयोजित किया जाता था.

इसके साथ इस असामान्य स्थिति को देखते हुए, अगले साल से JEE मेन परीक्षा में बैठने वाले छात्रों को 90 में से 75 सवालों को करना होगा. यानी फिजिक्स, कैमेस्ट्री और गणित हर सेक्शन के 30 सवालों में से 25 को करना है. इस साल तक छात्रों के पास सवालों का विकल्प नहीं था.