नई दिल्ली: सोने की ज्वैलरी और शिल्प वस्तुओं में शत प्रतिशत हॉलमार्किंग को अनिवार्य करने से पहले ऐसी व्यवस्था की जा रही है, ताकि देश भर के ज्वैलर्स को ज्वैलरी की हॉलमार्किंग कराने में कोई दिक्कत नहीं हो। इसी क्रम में आज केंद्रीय उपभोक्ता मामले और खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने ज्वैलरों के पंजीकरण और पंजीकरण के नवीकरण की ऑनलाइन प्रणाली की शुरूआत की। इसी के साथ सोने के जेवरातों की एसेयिंग एवं हॉलमार्किंग केन्द्रों की मान्यता और मान्यता के नवीकरण लिए भी ऑनलाइन प्रणाली लांच की गई।

इस अवसर पर रामविलास पासवान ने बताया कि अभी तक लोगों को पता नहीं चलता कि वह कितने कैरेट के सोने का जेवर खरीद रहे हैं। सोनार जो भी बताता है, उसी पर भरोसा करना होता है। इसी से छुटकारा दिलाने के लिए अगले जून से देश भर में शत प्रतिशत हॉलमार्किंग वाले जेवर बिकेंगे। लेकिन ऐसा करने से पहले इस दिशा में तैयारी करनी होगी ताकि देश के विभिन्न हिस्से में फैले ज्वैलर्स को हॉलमार्किंग में कोई दिक्कत नहीं हो। उन्होंने कहा कि इन ऑनलाइन मॉड्यूल्स से ज्वैलरों और उन उद्यमियों के लिए व्यापार करना सुगम होगा, जिन्होंने हॉलमार्किंग और एसेयिंग केन्द्रों की स्थापना की है या जो इनकी स्थापना करना चाहते हैं। इससे सोने का कारोबार पारदर्शी हो जाएगा।