मुंबई:
वेस्टइंडीज दौरे के लिए जायसवाल और गायकवाड़ को शामिल किया गया है लेकिन डोमेस्टिक क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले सरफराज खान को एक बार फिर से नजरंदाज किया गया है। इसे लेकर पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने नाराजगी जताई है।

सरफराज को टीम में जगह नहीं देने से खफा गावस्कर ने रणजी ट्रॉफी के आयोजन पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि टेस्ट टीम का चयन में देश के शीर्ष घरेलू टूर्नामेंट के प्रदर्शन को नजरअंदाज कर इंडियन प्रीमियर लीग में खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार किया जा रहा है।

एक मीडिया संस्थान से बातचीत करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा कि ‘सरफराज खान पिछले तीन सत्र से लगभग 100 की औसत से रन बना रहा है। उसे टीम में जगह बनाने के लिये क्या करना होगा? हो सकता है कि उसे प्लेइंग इलेवन में जगह ना मिले लेकिन टीम में उनका चयन तो होना ही चाहिए था।’

उन्होंने आगे ये भी कहा कि ‘उसे ऐसा लगना चाहिए कि उसके प्रदर्शन को सराहा जा रहा है। अगर ऐसा नहीं है तो, रणजी ट्रॉफी खेलना बंद कर दें। आईपीएल में अच्छा खेलकर अगर आप टेस्ट टीम में जगह बना लेंगे तो फिर रणजी ट्रॉफी का कोई फायदा नहीं है।’

बता दें कि सरफराज खान का फर्स्ट क्लास क्रिकेट रिकॉर्ड बेहद खास है। उन्होंने 2022-23 रणजी ट्रॉफी में तीन शतकों की मदद से छह मैचों में 92.66 की औसत से 556 रन बनाए। उन्होंने 2021-22 रणजी सत्र में 122.75 की औसत से 982 रन बनाए थे, जिसमें चार शतक शामिल थे।