नई दिल्ली: विशाखपत्तनम के निकट बड़े एलजी पॉलीमर्स के प्लांट में गैस लीकेज हादसा उस समय हुआ, जब लॉकडाउन के कारण उत्पादन बंदी के बाद उसे दोबारा चालू करने के लिए तैयार किया जा रहा था।
नेशनल डिजास्टर रेस्पासं फोर्स (एनडीआरएफ) के डायरेक्टर जनरल एस. एन. प्रधान ने कहा कि एनडीआरएफ की स्पेशल गैस टीम मौके पर पहुंच गई है और लोगों को सहायता दे रही है। प्रसाद ने बताया कि यह हादसा उस समय हुआ जब प्लांट को दोबारा चालू करने के लिए तैयारी की जा रही थी। लॉकडाउन के कारण प्लांट बंद कर दिया गया था।
एनडीआरएफ प्रमुख ने बताया कि प्लांट से स्टिरीन वैपर गैस की लीकेज हुई है। यह गैस मुख्य नर्वस सिस्टम, गले, त्वचा, आंखों और शरीर के कुछ अन्य हिस्सों पर बुरा असर डालती है। अगर किसी व्यक्ति के शरीर में इस गैस की अत्यधिक मात्रा पहुंच जाती है तो उसे जान का खतरा भी हो सकता है।
इस गैस का इस्तेमाल लैटेक्स, सिंथेटिक रबर और पॉलिस्टिरीन रेजिन बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। रेजिन से प्लास्टिक पैकेजिंग, डिस्पोजेबल कप, कंटेनर, इंसुलेशन और अन्य उत्पाद बनाए जाते हैं। स्टिरीन का उत्पादन कुछ पेड़ों से प्राकृतिक तौर पर किया जाता है।
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