कानपुरः कुख्यात अपराधी एवं कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का मुख्य आरोपी विकास दुबे (vikas dube) शुक्रवार सुबह कानपुर (kanpur) के भौती इलाके में कथित पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया। पुलिस के अनुसार उज्जैन से कानपुर लाते समय हुए सड़क हादसे में एक पुलिस वाहन के पलटने के बाद दुबे ने भागने का प्रयास किया। इस बीच विकास दुबे का अंतिम संस्कार (cremated) शाम को किया गया।

रिश्तेदार थे मौजूद
जानकारी के अनुसार, कानपुर के भैरव घाट (bharavghat) पर विकास दुबे का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उसकी पत्नी और करीबी रिश्तेदार मौजूद थे। विकास के शव को लाने के लिए बहनोई गया था बाक़ी कोई परिजन उसके शव को लेने के लिए नहीं गया। इससे पहले उसके शव का पोस्टमॉर्टम (postmortem) वीडियोग्राफी के बीच हुआ।

माँ-बाप ने तोड़ लिया नाता
जरायम की दुनिया में बड़ा नाम बन चुके विकास दुबे को आखिरी वक्त में कंधा देने के लिए कोई नहीं था। जरायम की दुनिया में वो इतना आगे निकल चुका था कि दूर-दूर तक उसके अपने उसके पास नहीं थे। विकास की मां ने पहले ही उससे नाता तोड़ लिया था अब उसके पिता ने भी विकास की मौत को सही ठहराया है। विकास के पिता का कहना है कि “हमें किसी ने बताया कि हमारा बेटा मारा गया है हमने कहा ठीक किया गया।(सवाल-क्या आप उसके अंतिम संस्कार पर जाएंगे?) मैं उसके अंतिम संस्कार पर क्यों जाऊं। हमारा कहा वो मानता तो आज इस दशा को क्यों प्राप्त होता। उसने हमारी कभी मदद नहीं की।”