पेरिस में इन दिनों साल का दूसरा ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन खेला जा रहा है. इस बार टूर्नामेंट के पहले दिन से ही कोर्ट के बाहर की गतिविधियां चर्चा में हैं. पहले महिलाओं में नंबर दो खिलाड़ी जापान की नाओमी ओसाका पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में न आने पर जुर्माना लगा, जिसके बाद अगले ही दिन ओसाका ने टूर्नामेंट से नाम वापस लिया. फिर पेत्रा क्वितोवा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चोटिल होकर टूर्नामेंट से बाहर हो गईं. अब शुक्रवार को इस ग्रैंड स्लैम से जुड़ा सबसे सनसनीखेज खुलासा हुआ है. पेरिस की पुलिस ने फ्रेंच ओपन में मैच फिक्सिंग की कोशिश के मामले में एक टेनिस खिलाड़ी को गिरफ्तार किया है. रूस की इस टेनिस खिलाड़ी पर पिछले साल के एक मैच के दौरान फिक्सिंग में शामिल होने का संदेह है.

कोरोनावायरस महामारी के कारण फ्रेंच ओपन अपने तय समय पर आयोजित होने के बजाए सितंबर के आखिरी सप्ताह में शुरू हुआ था. उस दौरान महिला डबल्स के एक मैच को लेकर पेरिस पुलिस ने अक्टूबर में फिक्सिंग और भ्रष्टाचार के संदेह में जांच शुरू की थी. इसको लेकर ही अब ये गिरफ्तारी हुई है. पेरिस अभियोजन पक्ष के कार्यालय ने शुक्रवार को रूसी खिलाड़ी की इस मामले में गिरफ्तारी की जानकारी दी.

जानकारी के मुताबिक, ये गिरफ्तारी गुरुवार 3 जून को हुई थी और पकड़ी गई रूसी टेनिस खिलाड़ी का नाम याना सिजिकोवा है, जो 765वीं रैंकिंग पर काबिज है. इस बारे में सबसे पहले फ्रांस के मशहूर अखबार ‘ला पैरिसिएन’ ने खुलासा किया था. इसके बाद शुक्रवार को प्रॉसीक्यूशन ऑफिस की ओर सेबताया गया कि एक अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी हिरासत में थी लेकिन उसके नाम का खुलासा नहीं किया. हालांकि, ला पैरिसिएन अखबार ने नाम का खुलासा कर दिया था.

जानकारी के मुताबिक, खिलाड़ी को गुरुवार रात को गिरफ्तार किया गया. सिजिकोवा को सितंबर 2020 में ‘खेल में रिश्वत लेने और संगठित धोखाधड़ी’ करने के आरोपों में गिरफ्त में लिया गया. इस मामले में फ्रांस पुलिस की सट्टेबाजी, धोखाधड़ी और मैच फिक्सिंग एक्सपर्ट यूनिट पिछले साल अक्टूबर से ही जांच कर रही थी.

हालांकि, अभियोजन पक्ष की ओर से सिर्फ इतनी ही जानकारी दी गई है कि ये जांच पिछले साल के टूर्नामेंट में सिर्फ एक मैच से जुड़ी है, लेकिन ये कौन सा मैच था, इसे लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई. हालांकि, जर्मनी के अखबार ‘डाई वेल्ट’ और फ्रांस के खेल अखबार ‘ला इक्विपे’ ने दावा किया है कि 30 सितंबर को वीमेन्स डबल्स के पहले दौर के मैच में सट्टेबाजी पैटर्न का संदेह हुआ था. ये मैच सिजिकोवा, उनकी अमेरिकी जोड़ीदार मैडिसन ब्रेंगले और रोमानिया की जो़ड़ी एंड्रिया मीटू-पैट्रिसिया मारिया टिग के बीच खेला गया था. रोमानिया की जोड़ी ने ये मैच जीता था.