160 किमी की रफ्तार से चल रही हवा, 5 लाख लोग सुरक्षित ठिकानों पर

नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान अम्फान की चपेट में आकर पश्चिम बंगाल में शाम छह बजे तक कम से कम दो लोगों की मौत हो गई। ओडिशा में भी दो लोगों की मौत हुई है। सैकड़ों कच्चे घर गिरने की खबरें हैं। तूफान बुधवार दोपहर ढाई बजे पश्चिम बंगाल के सुंदरबन इलाके में पहुंचा। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि इस समय पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में तूफान की गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है। चक्रवात 25 से 30 किमी की गति से आगे बढ़ रहा है। तूफान के कारण समुद्र में उठने वाली लहरों से उत्तर और दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर के निचले इलाके डूब सकते हैं। एडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान के अनुसार पश्चिम बंगाल में पांच लाख और ओडिशा में 1.5 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों तक पहुंचाया गया है। ओडिशा में इसकी 20 टीमें तैनात की गई हैं। पश्चिम बंगाल में 19 टीमें तैनात हैं और दो स्टैंडबाय में रखी गई हैं। महापात्र के अनुसार तूफान 21 मई को असम और मेघालय पहुंचेगा। वहां भी भारी बारिश के आसार हैं।

मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान का दायरा काफी बड़ा है और अभी इसका शुरुआती हिस्सा ही तट पर पहुंचा है। इसे पूरी तरह पार करने में करीब चार घंटे लगेंगे। चक्रवात के बीच में हवा की गति 190 किमी तक जा सकती है। चक्रवाती तूफान को देखते हुए राहत कार्यों के लिए भारतीय नेवी हाई अलर्ट पर है। कोलकाता हवाई अड्डे को गुरुवार की सुबह पांच बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है।

पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में सुबह से बारिश हो रही है। समय बीतने के साथ यहां हवा की गति और बारिश की भीषणता बढ़ती जा रही है। कोलकाता शहर में तूफान और बारिश का पूरा असर शाम पांच बजे के बाद दिखने की आशंका है। चार बजे के आस-पास यहां 100 किमी से ज्यादा रफ्तार से आंधी चल रही थी। यहां वाहनों के आवागमन के लिए सभी फ्लाईओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर बंद कर दिए गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार यहां आधी रात तक तूफान का असर रह सकता है।