जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर हीथ स्ट्रीक का रविवार को निधन हो गया. उनकी पत्नी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से इस बात की जानकारी दी. हीथ स्ट्रीक लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे.कुछ दिन पहले हीथ स्ट्रीक के निधन की अफवाह उड़ी थी. ये खबर जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर हेनरी ओलंगा ने दी थी लेकिन बाद में ओलंगा ने ही इस खबर को गलत बताया था और कहा था कि हीथ स्ट्रीक जिंदा हैं. इस बार हालांकि उनकी पत्नी ने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्य से कंफर्म किया है कि जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान का निधन हो गया है.

उनकी पत्नी ने बताया है कि तीन सितंबर को सुबह तड़के हीथ स्ट्रीक का निधन हो गया. जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर जॉन रेनी ने भी इस बात की पुष्टि की है. उन्होंने स्पोर्टस्टार को बताया कि हीथ स्ट्रीक का निधन उनके फार्म पर माटाबेलेलेलैंड में हुआ.

हीथ स्ट्रीक की गिनती जिम्बाब्वे के महान क्रिकेटरों में होती है. वह बल्ले और गेंद दोनों से मैच पलटने का दम रखते थे. हीथ स्ट्रीक ने जिम्बाब्वे के लिए 65 टेस्ट मैच खेले और 22.35 की औसत से 1990 रन बनाए. टेस्ट में उन्होंने 216 विकेट भी अपने नाम किए हैं. वहीं वनडे की बात की जाए तो हीथ स्ट्रीक ने 2943 रन बनाए हैं और 239 विकेट लिए हैं. संन्यास लेने के बाद उन्होंने कोचिंग भी की. वह जिम्बाब्वे और बांग्लादेश के कोच रहे. इसके अलावा वह आईपीएल में भी कोचिंग कर चुके थे.वह आईपीएल में दो बार की विजेता कोलकाता नाइट राइडर्स के कोचिंग स्टाफ में भी शामिल रहे. इसके अलावा उन्होंने गुजरात लायंस के गेंदबाजी कोच की भूमिका निभाई.

हीथ स्ट्रीक जिम्बाब्वे के पहले क्रिकेटर थे जिसने टेस्ट और वनडे में 100 विकेट लिए. वह अपने देश के पहले क्रिकेटर थे जिसने टेस्ट में 100 विकेट और 1000 विकेट लेने का कारनामा किया था. इसके अलावा वह अपने देश के इकलौते क्रिकेटर हैं जिन्होंने वनडे में 200 विकेट लिए हैं और 2000 रन बनाए हैं. उन्होंने 1993 में डेब्यू किया था और 1999-2000 में टीम के कप्तान बनाए गए थे.