नई दिल्ली: इंजीनियर की पढाई के लिए 12 वीं कक्षा में फ़िज़िक्स, केमिस्ट्री या गणित विषय ज़रूरी नहीं कि बात से पलटते हुए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने अब कहा है कि इंजीनियरिंग के लिए भौतिकी, गणित और रसायन विज्ञान महत्वपूर्ण विषय है और ये जारी रहेगा।

बने रहेंगे विषय
एआईसीटीई ने शुक्रवार को कहा कि इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित महत्वपूर्ण विषय बने रहेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, एआईसीटीई के चेयरपर्सन अनिल सहस्रबुद्धे ने कहा कि बायोटेक्नोलॉजी, टेक्सटाइल या एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग जैसे स्ट्रीम में शामिल होने वाले छात्रों के पास 12 वीं कक्षा में इन विषयों का अध्ययन नहीं करने का विकल्प होगा।

कृषि और जैव प्रौद्योगिकी के छात्रों को मिलेगा विकल्प
सहस्रबुद्धे का यह स्पष्टीकरण एआईसीटीई द्वारा जारी 2021-22 के अनुमोदन के अनुसार इंजीनियरिंग का अध्ययन करने के लिए भौतिकी और गणित के बारे में अनिवार्य नहीं होने की खबरों के बाद आया है। सहस्रबुद्धे ने कहा, “मैकेनिकल इंजीनियरिंग जैसे इंजीनियरिंग की कुछ स्ट्रीम के लिए भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित महत्वपूर्ण विषय बने रहेंगे, ऐसा नहीं है कि ये विषय अपनी प्रासंगिकता खो देंगे। हालांकि, टेक्सटाइल इंजीनियरिंग, कृषि जैसी स्ट्रीम के लिए अथवा जैव प्रौद्योगिकी के लिए छात्रों के पास एक विकल्प होगा।”

संशोधित नियमों में 14 विषयों शामिल
संशोधित नियमों में एआईसीटीई ने 14 विषयों – भौतिकी, गणित, रसायन विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी, जीव विज्ञान, इनफॉर्मेटिक्स प्रैक्टिस, जैव प्रौद्योगिकी, तकनीकी व्यावसायिक विषय, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, व्यावसायिक अध्ययन, अंत्रप्रेन्योरशिप विषयों को सूची में शामिल किया था।