नई दिल्ली: कोरोना वायरस के इलाज के लिए भारत की पहली देसी वैक्सीन कोवाक्सिन (COVAXIN) का दिल्ली एम्स में शुक्रवार को ह्यूमन ट्रायल यानी मानव परीक्षण शुरू हो गया है। एम्स में एक 30 वर्षीय व्यक्ति को कोविड-19 वैक्सीन का पहला शॉट दिया गया है। कोवाक्सिन की पहली खुराक लेने वाला यह व्यक्ति स्वस्थ है और खुराक देने से पहले इसके सभी टेस्ट हुए थे।

सात दिनों तक होगी निगरानी
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस वालंटियर को अस्पताल में दो घंटे तक निगरानी में रखा जाएगा। उसके बाद उसे घर भेज दिया जाएगा और अगले सात दिनों तक उसकी निगरानी की जाएगी।

DCGI से मिली मंज़ूरी
कोवाक्सिन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने आईसीएमआर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के साथ मिलकर बनाया है। इसे हाल ही में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से ह्यूमन ट्रायल के लिए मंजूरी मिली है।

12 रिसर्च सेंटर में चल रहा ट्रायल
इस वैक्सीन का ट्रायल 12 अलग-अलग रिसर्च सेंटर में चल रहा है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS)-दिल्ली ने भी इस वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू किया है। बताया जा रहा है कि एम्स इसका पहला और दूसरा चरण शुरू करने वाला है। चलिए जानते हैं देश का सबसे बड़ा मेडिकल संस्थान किस तरह से इस वैक्सीन का ट्रायल करेगा और भविष्य में कोरोना के इलाज के लिए यह वैक्सीन कितनी मदगार साबित हो सकती है।