शर्मा-जिंदल को जेल भेजने और बुल्डोजर कार्रवाई फौरन रोकने की मांग की

लखनऊ
भाकपा (माले) ने पैगम्बर पर नुपूर शर्मा-नवीन जिंदल की टिप्पणी पर हो रहे विरोध के जवाब में रविवार को प्रयागराज, कानपुर व सहारनपुर में अल्पसंख्यकों को लक्ष्य कर बुल्डोजर चलाने और बिना उचित न्यायिक प्रक्रिया के उनके घरों को बलपूर्वक ढहा देने की योगी सरकार की कार्रवाई की कड़ी निंदा की है।

राज्य सचिव सुधाकर यादव ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि नफरत उगलने वाले जो नेता विवाद की जड़ में रहे हैं, सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है। देश भर में प्रतिवाद हो रहे हैं, मगर कई दिन बीत जाने के बावजूद शर्मा-जिंदल को गिरफ्तार नहीं किया गया है। वहीं कार्रवाई की मांग करने पर अल्पसंख्यक समुदाय के अगुवा लोगों जिन्होंने पूर्व में सीएए-विरोधी आंदोलन में भी भाग लिया, ऐसे व्यक्तियों को लक्ष्य कर उनके घरों पर बुल्डोजर चलवाये जा रहे हैं।

माले नेता ने जेएनयू की पूर्व छात्र नेता आफरीन फातिमा के प्रयागराज स्थित घर को बुल्डोजर से गिरा देने को गैरकानूनी व राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताते हुए आफरीन के साथ एकजुटता व्यक्त की।

कामरेड सुधाकर ने कहा कि अवैध निर्माण की आड़ में समुदाय विशेष को लक्षित करना और महज मुकदमे में आरोपित होने के आधार पर सीधे बुल्डोजर चला देना साम्प्रदायिक फासीवादी व तानाशाहीपूर्ण कार्रवाई है। यदि कानून के राज के प्रति जरा भी सम्मान शेष है, तो भाजपा सरकार को फौरन ऐसी कार्रवाइयों को विराम देना चाहिए और शर्मा-जिंदल को अविलंब जेल भेजना चाहिए।

माले नेता ने कहा कि भाजपा का बुल्डोजर अल्पसंख्यकों के घरों पर ही नहीं, संविधान और लोकतंत्र पर चल रहा है। इस बुल्डोजर राज को रोकना होगा। लोकतंत्र में विश्वास करने वाली सभी शक्तियों को एकजुट होकर आगे आना होगा और विरोध की आवाज बुलंद करनी होगी।