दुकानदारो के सिर पर हर समय हावी रहेगा प्रशासन व कोरोना संक्रमण का खौफ


रिपोर्ट-रमेश चन्द्र गुप्ता

बहराइच: जहां एक ओर जिला प्रशासन जिले मेें कोरोना संक्रमण को लेकर दहशत में है वहीं जिला उद्योग व्यापार मण्डल ने मंगलवार से बाजार की दुकानों को दायी-बायी पटरी के अनुसार खोले जाने की रणनीति बनाई है। डेढ़ महीनो से घरो मे कैद दुकानदारो व आम नागरिकों के काफी संख्या में बाजार मे आने से जिले मे कोरोना संक्रमण को लेकर संकट और बढ़ सकता है। वहीं दूसरी ओर दुकानदारो ने आज अपनी-अपनी दुकानो के आगे सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर गोले बनवाये।

पिछले डेढ़ माह से दुकानों पर लगे तालो के चलते घरो में कैद दुकानदारों का मन अब ऊबने लगा है तो वहीं आर्थिक तंगी की चिंता भी सताने लगी है। इसी के मद्देनजर उद्योग व्यापार मण्डल ने दुकानदारों की मांग पर पहल की और व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर दुकानो को खोलने की रणनीति पर चर्चा की। चर्चा के उपरान्त व्यापार मण्डल द्वारा बाजार की दुकानों को दायी-बायी पटरी के अनुसार सप्ताह में एक-एक दिन छोड़कर तीन दिन खोले जाने की अनुमति प्रदान की गई। इसी के साथ व्यापार मण्डल द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर तथा बाजारो मे बोर्ड लगाकर कारोबारियो को जानकारी से अवगत कराया गया। जिसके बाद आज दुकानदारो ने बाजार पहंुचकर अपनी-अपनी दुकानो के आगे सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर गोले बनवाये।

दूसरी ओर गौर करने वाली बात है कि अभी तक बाजारो मे दुकानो को खोले जाने को लेकर प्रशासन व सूचना विभाग द्वारा कोई विज्ञप्ति जारी नही की गई। जिसके बाद बाजार में दुकानो के खुलने को लेकर कई व्यापारियों व दुकानादारो मे असमंसज की स्थिति बनी है। गौरतलब है कि इससे पूर्व इलेक्ट्रानिक व्यापार मण्डल द्वारा इलेक्ट्रिक/इलेक्ट्रानिक्स प्रतिष्ठानों को खोलने की रणनीति बनाई थी, परन्तु प्रशासन द्वारा सूची जारी होने के बाद ही इन प्रतिष्ठानो को खोला जा सका था। ऐसे में जिला उद्योग व्यापार मण्डल द्वारा जारी विज्ञप्ति व दुकानो को खोलने की रणनीति पर कुछ दुकानदारो में संशय बना है कि आखिर किन कारणो के चलते प्रशासन ने विज्ञप्ति व निर्देश जारी नही किये।

जिले में लगातार लौट रहे प्रवासी कामगारो में कई संदिग्धो की रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद जिले मे लगातार कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है। ऐसे में यदि बाजारो के खुलने के बाद सोशल डिस्टेसिंग, मास्क, सेनिटाइजर आदि के बचाव के बावजूद भी यदि कोरोना संक्रमण फैलता है तो आखिर इसके लिये कौन जिम्मेदार होगा। दुकानो को खोले जाने के सम्बन्ध में कोई विज्ञप्ति जारी न करके जिला प्रशासन साफ तौर पर बच निकलेगा। वहीं जिला उद्योग व्यापार मण्डल दुकानदारो के हित व सभी गाइड लाइनो का पालन करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेगा।

इसके बाद आखिर मे बचता है बेचारा आम दुकानदार जो डरते-डरते दो वक्त की रोटी के लिये अपनी दुकान का शटर तो उठायेगा, मगर उसके सिर पर हर समय प्रशासन का भय व कोरोना संक्रमण का डर हावी रहेगा। अब देखना है कि जिला उद्योग व्यापार मण्डल द्वारा निर्धारित शेड्यूल व जारी दिशा-निर्देशो का कितने दुकानदार पालन करते है और कोरोना संक्रमण से बचते है। यहां एक बात और गौर करने वाली यह है कि इस समय रमजान का पर्व चल रहा है और अगले 2 हफ्ते के बाद ईद का त्यौहार है। ऐसे मे बाजारो मे उमड़ने वाली हजारो की भीड़ को व्यापार मण्डल, दुकानदार व प्रशासन किस तरह संभालेगा।