नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की घटी कीमतों के बावजूद केन्द्र सरकार ने मंगलवार रात को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 10 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिया. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मांग नहीं होने के कारण पिछले माह ब्रेंट कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 18.10 डॉलर के निम्न स्तर पर पहुंच गई थी. यह 1999 के बाद से सबसे कम कीमत थी. हालांकि इसके बाद कीमतों में थोड़ी वृद्धि हुई और यह 28 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई.

दिल्ली सरकार ने भी पेट्रोल डीजल पर वैट बढ़ाया है . पेट्रोल पर वैट 27% से बढ़ाकर 30% किया गया. डीजल पर वैट 16.75 % से बढ़ाकर 30% किया. यानी दिल्ली में आज से पेट्रोल ₹1.67 और डीज़ल ₹7.10 महंगा हुआ. दिल्ली में मंगलवार को पेट्रोल ₹71.26/लीटर और डीज़ल ₹69.39/लीटर पर मिलेंगी. हांलाकि दिल्ली सरकार के फैसले का सीधा असर जनता पर पड़ेगा.

बता दें कि देश में अप्रैल माह के दौरान ईंधन की मांग में भारी गिरावट दर्ज की गई. राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते आर्थिक गतिविधियों के थमने और आवागमन बंद रहने से ईंधन मांग में करीब 70 प्रतिशत तक की गिरावट रही. हालांकि, एलपीजी की मांग में इस दौरान 12 प्रतिशत तक वृद्धि रही. पेट्रोलियम उद्योग का कहना है कि पिछले 10 दिन के दौरान मांग बढ़ने के संकेत हैं