लखनऊ ब्यूरो
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की कैबिनेट का विस्तार रविवार को राजभवन में हुआ. कैबिनेट में सात नए चेहरे शामिल हुए. अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह वर्तमान योगी सरकार का अंतिम कैबिनेट विस्तार माना जा रहा है.

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के गुजरात से लखनऊ लौटने के बाद रविवार दोपहर को कैबिनेट विस्तार के बारे में जानकारी दी गई. लंबे समय से योगी सरकार के कैबिनेट विस्तार के बारे में कयास लगाए जा रहे थे, जिस पर आज विराम लग गया. इसमें जिन चेहरों को जगह मिली है, उसमें जितिन प्रसाद, संगीता बिंद, छत्रपाल गंगवार, पलटू राम, दिनेश खटीक, संजीव कुमार गोंड और धर्मवीर प्रजापति का नाम शामिल है.

सबसे पहले कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद मंच पर पहुंचे. उन्होंने भारत के संविधान में श्रद्धा और निष्ठा रखने की शपथ ली. जितिन प्रसाद को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.

जितिन प्रसाद के बाद बलरामपुर सदर सीट से विधायक पलटू राम ने शपथ ग्रहण की. एक-एक कर छत्रपाल सिंह गंगवार, डॉ संगीता बलवंत बिंद, संजीव कुमार, दिनेश खटीक और धर्मवीर सिंह मंच पर पहुंचे. जितिन प्रसाद को छोड़कर बाकी सभी 6 नेताओं को राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई.

नए मंत्रियों के चुनाव में जातीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा गया है. बीजेपी दलित और पिछड़ा वर्ग वोट बैंक पर जोर दे रही है. वहीं नाराज ब्राह्मणों को साधने की भी पूरी कोशिश की गई है. जितिन प्रसाद राज्य में बड़ा ब्राह्मण चेहरा बनकर उभर सकते हैं. दलित,कुर्मी, ओबीसी, अनुसूचित और ब्राह्मण वोट बैंक पर बीजेपी की सीधी नजर है.